Home उत्तराखंड चमोली में नहीं मिला इलाज तो नवीन ने बछड़े को पहुंचाया देहरादून

चमोली में नहीं मिला इलाज तो नवीन ने बछड़े को पहुंचाया देहरादून

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कंधों में ढोकर घायल बछड़े को चिकित्सालय ले जाता नवीन।
  • 3 किमी कंधों में ढोकर युवक ने घायल बछड़े को पहुंचाया चिकित्सालय
  • फेसबुक से जुटाई मदद से देहरादून में करवा रहा इलाज
कंधों में ढोकर घायल बछड़े को चिकित्सालय ले जाता नवीन।

गोपेश्वर। भारत-तिब्बत सीमा से लगा चमोली जनपद विकट भौगोलिक परिस्थितयों वाला क्षेत्र है। यहां ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन यापन कठिन है। मानवीय स्वास्थ्य सेवायें यहां ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी दिवास्वप्न से अधिक कुछ नहीं है। ऐसे में जिले के घाट ब्लॉक के युवा नवीन रावत ने गौरक्षा की मिशाल पेश की है। नवीन ने जहां जंगल में घायल पड़ी गाय को 3 किमी कंधों में ढोकर चिकित्सालय पहुंचाया। वहीं उसने जिले में इलाज न मिलने पर लोगों से मदद लेकर गाय को इलाज के लिये देहरादून पहुंचा दिया है। जहां चिकित्सकों की ओर से अब गाय का उपचार किया जा रहा है।
भले ही देश और दुनिया में गौ संरक्षण और रक्षा को लेकर कई आंदोलन, आयोजन किये जा रहे हैं। लेकिन चमोली के घाट ब्लॉक में आज तक न सुनी गई गौरक्षा की मिशाल देखने को मिली है।
ये किस्सा है! घाट ब्लॉक के काण्डई गांव निवासी नवीन का! नवीन ने बताया कि वे बीते दिनों अपने गांव कांडई से मामा के घर पगना जा रहा था। इस दौरान उन्हें रास्ते में घायल अवस्था में एक बछड़ा मिला। जानकारी जुटाने पता चला कि बछडा पहाड़ी से गिरने के चलते दो सप्ताह से जंगल में ही था। जिसके बाद उसने बछड़े का इलाज करवाने की ठानी और बछड़े को कंधे में लादकर कर 3 किमी की पैदल दूरी तय कर निकटवर्ती पशु चिकित्सालय पहुंचाया। जहां पशु चिकित्सक खिलाफ सिंह नेगी ने बछड़े का परीक्षण कर उसे प्राथमिक उपचार देकर घाट पशु चिकित्सालय के लिये रैफर कर दिया। जिस पर नवीन बछड़े को लेकर घाट पहुंचे। जहां पशु चिकित्सालय में बछड़े का परीक्षण करने के बाद जीत सिंह नेगी ने बछड़े को इलाज के लिये हायर सेंटर ले जाने की बात कही। जिस पर नवीन ने घटना की पूरी जानकारी फेसबुक के जरिये लोगों तक पहुंचाई। जिसे देखते ही नौना गांव निवासी भगवती प्रसाद ने गाय को देहरादून लाने की बात कही। वहीं लोगों द्वारा नवीन को गाय के इलाज के लिये धनराशि भी उपलब्ध कराई गई। जिसके बाद नवीन तत्काल 6 हजार में वाहन बुक कर घायल बछडे़ को लेकर देहरादून पहुंचा। जहां उसने भगवती प्रसाद की मदद से बछड़े को रायपुर स्थित सरकारी पशु चिकित्सालय में भर्ती करा दिया। जिसके बाद चिकित्सकों ने उसका उपचार शुरु कर दिया। लेकिन उपचार के बाद भी चिकित्सकों ने गाय की स्थिति गंभीर बताई है।

देहरादून में पशु चिकित्सालय रायपुर में चल रहा घायल बछड़े का इलाज।

कौन है नवीन—
घाट ब्लॉक के काण्डई गांव का नवीन एक बेरोजगार युवा है। लेकिन समाजसेवा का जज्ब इसे अन्य बेरोजगार युवाओं से अलग बनाता है। नवीन बाबा रामदेव की योग की मुहीम से प्रभावित है, जिसके चलते वह गांवों में योगाभ्यास का प्रशिक्षण देकर लोगों को स्वस्थ रखने की मुहीम में जुटा है।