चमोली: जिलाधिकारी वरूण चौधरी ने शनिवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जल जीवन मिशन के तहत संचालित कार्याे की प्रगति समीक्षा की। इस दौरान जल संस्थान व जल निगम को स्वीकृत योजनाओं की टेंडर प्रक्रिया पूरी करते हुए शीघ्र कार्य प्रारंभ्भ करने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने जल संस्थान एवं जल निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन योजनाओं की डीपीआर स्वीकृति हो चुकी है उनका टेंडर प्रक्रिया शीघ्र पूरी करते हुए कार्य प्रारम्भ करना सुनिश्चित करें। जिन योजनाओं में विवाद के कारण कार्य शुरू नही हो पा रहा है उसको तत्काल संज्ञान में लाया जाए। संबधित अधिशासी अभियंता स्वयं विजिट कर जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय लोगों के साथ मिलकर विवाद को सुलझाए। उन्होंने जल स्रोतों से वाटर टेस्टिंग के लिए सैंपल जल संस्थान को भेजने और एफएचटीसी के तहत संचालित कार्याे की मॉनिटरिंग करते हुए रेग्यूलर प्रगति रिपोर्ट भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इस दौरान सभी डिविजनों के तहत संचालित कार्याे की गहन समीक्षा की गई।
जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत में 49453 घरेलू जल संयोजन के सापेक्ष अभी तक 44134 घरेलू जल संयोजन किए जा चुके है। जिसमें जल निगम के माध्यम से 2642 तथा जल संस्थान द्वारा 2677 संयोजन किया जाना अवशेष है। जबकि 596 ग्राम पंचायत भवनों में से 555 में जल संयोजन कर लिया गया है। एफटीके किट वितरण के तहत 1116 गांवों में से 785 गांवों में किट वितरण एवं प्रशिक्षण दिया गया है। जनपद के सभी विद्यालयों एवं आंगनबाडी में भी जल संयोजन कार्य पूरा कर लिया गया है। जल जीवन मिशन के तहत अभी तक कुल 3226.47 लाख की धनराशि व्यय हुई है। बैठक में अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार, अधिशासी अभियंता वीके जैन सहित जल संस्थान व जल निगम के सभी डिविजनों से अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंता उपस्थित थे।