देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज जौलीग्रान्ट, देहरादून स्थित स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय में चिकित्सा शिक्षा पर 13वें राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने कौशल व अनुरूपण उत्कृष्टता केन्द्र का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमालयन इंस्टिट्यूट हॉस्पिटल ट्रस्ट के संस्थापक स्वामी राम जी एक महान मानवतावादी, दार्शनिक, शिक्षक एवं श्रेष्ठ योगी थे। स्वास्थ्य देखभाल और आजीविका कौशल प्रदान करके इस पहाड़ी राज्य में अवसरों की कमी को दूर करने के लिए उन्होंने इस ट्रस्ट की स्थापना की थी।
उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में कई गुना बढ़ोतरी हुई है। प्रत्येक जिले में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए गए हैं। प्रदेश में आयुष्मान योजना के अनर्गत अब तक 5 लाख 83 हजार से अधिक मरीज मुफ्त में उपचार करा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने #Covid19 महामारी के दौरान आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों व पर्यावरण मित्रों को पांच माह तक ₹2-2 हजार की प्रोत्साहन राशि प्रदान की। हाल ही में स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार से प्रदेश को रक्तदान में देश भर में द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि योग्यता आधारित चिकित्सा पाठ्यक्रम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का सपना रहा है। अगर हमें आगे बढ़ना है तो अपने छात्रों को सही ज्ञान, कौशल और दृष्टिकोण से सज्जित करना होगा। यह आज के समय की मांग भी है।
उन्होंने कहा कि #COVID19 महामारी ने सिखाया है कि हम सभी को किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए। हमारे मेडिकल कॉलेज को नियमित शिक्षण के साथ-साथ ई-शिक्षण के लिए तैयार रहना चाहिए तथा ई-मॉड्यूल और टेलीमेडिसिन से सुसज्जित रहना चाहिए। इस अवसर पर नीति आयोग दिल्ली के सदस्य डॉ. विनोद कुमार पॉल, स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. विजय धस्माना, प्रतिकुलपति डॉ. विजेन्द्र चौहान, हिमालयन आयुर्विज्ञान संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ. अशोक देवराड़ी समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।