थराली :बद्रीनाथ वन प्रभाग की ओर से वन भूमि में 50 से अधिक वर्षों से निवासरत लोगों को बेदखली का नोटिस दिए जाने के विरोध में ग्रामीणों का आंदोलन जारी है। विकासखंड थराली और देवाल के प्रभावित ग्रामीण मालिकाना हक की मांग को लेकर कड़ाके की ठंड के बावजूद लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
सोमवार को बामोटिया के ग्रामीणों ने धरना दिया, जबकि मंगलवार को ग्राम पंचायत कुनी-पार्था के प्रभावित लोगों ने तहसील थराली परिसर में प्रदर्शन किया। गुरुवार को ताल और जोला के ग्रामीणों ने भी धरना देकर विरोध जताया। प्रभावितों का कहना है कि वे 50 वर्षों से अधिक समय से यहां निवास कर रहे हैं और अधिकतर ने अपने पक्के मकान व गौशालाएं बना ली हैं। अब वन विभाग द्वारा उन्हें बेदखली का नोटिस देकर विस्थापित किया जा रहा है, जिससे वे गहरी चिंता में हैं।
थराली और देवाल के प्रभावित परिवारों ने 24 फरवरी से अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू कर दिया था। अब तक अलग-अलग गांवों के लोग अपनी बारी के अनुसार धरना प्रदर्शन कर रहे है वही 24 फरवरी को बामोटिया,25 फरवरी कुनी-पार्था,27 फरवरी को आज जोला-ताल,1 मार्च स्वाड़,2 मार्च चौड़,3 मार्च हॉट कल्याणी,8 मार्च पूरे क्षेत्र के प्रभावितों द्वारा जुलूस प्रदर्शन किया जाएगा।
आज के धरने में बलवंत सिंह, वर्द्धमान धीमान, हुकम सिंह, मदन राम, गोपाल सिंह, कमलेश राम, भवानी दत्त पांडे, दयालु राम, प्रकाश राम, जयमल राम, राकेश राम, हरी राम, मुन्नी देवी, बीना देवी, विजेंद्र सिंह, भोपाल सिंह, अनिल सिंह, महेसानंद पांडे, रेखा देवी, शकुंतला देवी, विमला देवी, देवकी देवी, नरेंद्र राम, कैलाश राम, मोहनानंद, वीरेंद्र सिंह, ललित मिश्रा समेत कई लोग शामिल रहे। प्रभावित ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।