रुद्रपुर/पंतनगर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को उधम सिंह नगर जिले के गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर में आयोजित 118वें अखिल भारतीय किसान मेले में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कृषि तकनीकों, नवीन शोध, जैविक उत्पादों और पारंपरिक खाद्य पदार्थों से सजे विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री ने महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का भी भ्रमण किया और अल्मोड़ा की प्रसिद्ध बाल मिठाई का स्वाद लेकर उत्तराखंड की पारंपरिक मिठाई उद्योग को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने विदेशी विद्यार्थियों से भी संवाद किया और उनके साथ फोटो खिंचवाए।
किसानों, छात्रों और वैज्ञानिकों को किया संबोधित
गांधी हॉल में उपस्थित किसानों, विद्यार्थियों और वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय देश की कृषि क्रांति का आधार स्तंभ है। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय अपनी स्थापना के बाद से हर वर्ष खरीफ और रबी फसलों से पूर्व चार दिवसीय किसान मेले का आयोजन करता है, जो अब एक परंपरा बन चुका है।
उन्होंने कहा कि इस मेले में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान सहित देश के कई राज्यों के किसान भाग लेते हैं। यहां उन्हें नई तकनीकों, उन्नत बीजों, पौधों और कृषि उपकरणों की जानकारी मिलती है, जिससे उनकी उत्पादकता और आय दोनों में वृद्धि होती है।
“किसानों की समृद्धि ही राज्य की प्रगति की कुंजी”
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हितों के प्रति पूरी तरह समर्पित है। उन्होंने कहा —
“हमारी सरकार किसानों के उत्थान और समृद्धि के लिए संकल्पबद्ध है। एक ओर जहां प्रदेश के किसानों को ₹3 लाख तक का बिना ब्याज ऋण दिया जा रहा है, वहीं फार्म मशीनरी बैंक योजना के तहत कृषि उपकरणों की खरीद पर 80% तक सब्सिडी दी जा रही है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार किसानों को नई योजनाओं के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत भी हजारों किसानों को प्रत्यक्ष लाभ पहुंचाया जा रहा है।
युवाओं और पारदर्शी भर्ती प्रणाली पर भी बोले
किसान मेले के मंच से मुख्यमंत्री धामी ने प्रदेश के युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड सरकार पारदर्शी भर्ती प्रणाली के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य में बीते चार वर्षों में 25 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है और 100 से अधिक नकल माफियाओं को जेल भेजा गया है।
“हम युवाओं के सपनों और भावनाओं के अनुरूप कार्य कर रहे हैं। रोजगार, शिक्षा और आत्मनिर्भरता — यही हमारी सरकार के तीन प्रमुख स्तंभ हैं।”