उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने दिया इस्तीफा!
111 दिन रहे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ।
2017 विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को लेकर बड़ी उम्मीद के साथ पूरी उत्तराखंड वासियों ने 57 विधायक भारतीय जनता पार्टी की झोली में देबडाले थे ताकि केंद्र में मोदी जी और राज्य में भी भाजपा की सरकार होगी तो उत्तराखंड का विकास होगा लेकिन त्रिवेंद्र रावत के बदले जाने के बाद तीरथ सिंह रावत का इस तरह से इस्तीफा दे देना तो अब कई सवाल खड़े कर रहा है कि क्या उत्तराखंड की नैया पार लगाने के लिए जो उम्मीद उत्तराखंड वासियों ने 2017 में पूर्ण बहुमत की एक मजबूत सरकार से उम्मीद लगाए थी और विकास के सपने देखे थे वह खोखले थे या फिर 2022 में भाजपा सरकार बनाने के सपनों के साथ मुखिया बदलने का खिलवाड़ उत्तराखंड वासियों के साथ कर रही है
सीएम तीरथ सिंह रावत देहरादून जोलीग्रांट एयरपोर्ट पहुँच गए हैं अब इसके बाद सीएम अपने आवास जाते है या कहा ये थोड़ी देर में पता चल जाएगा , लेकिन सूत्रों के हवाले से आज की बड़ी खबर ये है कि सीएम कैम्प का साफ है कहना अभी तक राज्यपाल से ना कोई समय मांगा गया है ना किसी ने सीएम को बुलाया है हालांकि मीडिया में कयास है कि सीएम तीरथ सिंह रावत ने जे पी नड्डा को इस्तीफा सौप दिया है जिसमे लिखा है कि बड़ी ख़बर- मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राष्ट्रीय अध्यक्ष J P Nadda को पत्र लिख कर इस्तीफ़ा भेजा, लिखा जनप्रतिनिधि क़ानून की धारा 151 A के तहत अब उप चुनाव संभव नहीं है इसलिए मै मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देता हूँ. ये बात भी कहना जरूरी है कि सीएम का इस्तीफा तभी माना जाता है जब राज्यपाल के पास इस्तीफा दिया जाता है राज्यपाल के ही इस्तीफा स्वीकार करने के बाद ही सीएम हटाए माने जाते है हालांकि कल राज्यपाल से मुलाकात संभावना है साथ ही विधानमंण्डल दल की बैठक भी संभव है कहा जा रहा है केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर पर्यवेक्षक होंगे लेकिन इतना सब बातें सामने आने के बावजूद सीएम कैम्प से जुड़े लोग तो अभी भी कह रहे हैं कि सीएम गंगोत्री से चुनाव लड़ेंगे साथ ही पौड़ी से एक बड़े व्यक्ति के बेटे को चुनाव लड़ाया जाएगा लेकिन सब अपनी तरफ से बाते ही कर रहे है ।