चमोली : कोरोना वायरस की संभावित वैक्सीन आने पर सबसे पहले फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर्स का टीकाकरण होगा। इसके लिए हेल्थ वर्कर्स का डेटाबेस तैयार करने का काम जोर शोर से शुरू हो गया है, जिसे 28 अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाएगा। पहले चरण के तहत सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों के कर्मचारियों, आशा एवं आंगनबाडी कार्यकत्रियों का डेटाबेस बनाया जा रहा है।
जिले में हेल्थ वर्कर्स का डेटाबेस तैयार करने को लेकर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने मंगलवार क्लेक्ट्रेट सभागार में जिला टास्क फोर्स की बैठक ली। उन्होंने चिकित्सा सेवा में लगे हुए चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सभी कर्मचारियों एवं निजी चिकित्सालयों, क्लीनिक, नर्सिंग होम में कार्यरत चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ तथा महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास में कार्यरत सभी आंगनबाडी कार्यकत्रियों का निर्धारित प्रारूप में शीघ्र डेटाबेस तैयार करने के निर्देश दिए। कहा कि गलती से भी किसी भी कार्मिक का डाटा फीड होने से वंचित न रहे। इसलिए बेहद सावधानी से डेटाबेस तैयार किया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि अभी कोरोना की वैक्सीन आई नही है लेकिन वैक्सीन आने पर शासन की गाइड लाइन के अनुसार ही वैक्सीनेशन कराया जाएगा। इस दौरान जिलाधिकारी ने जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों में कोल्ड चैन, मेडिकल स्टोरेज, मैनपावर आदि की समीक्षा करते हुए शीघ्र कोल्ड चैन टैक्नीशियन की नियुक्ति भी करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा0 रचना ने निर्धारित प्रारूप में डेटा फीडिंग करने के संबध में विस्तार से जानकरी दी। कहा कि हेल्थ वर्कर का ब्लाक वाईज डेटाबेस तैयार कर एनआईसी के माध्यम से पोटर्ल पर अपलोड किया जाना है। उन्होंने बताया कि शासन स्तर से जिले में मुख्य विकास अधिकारी को इस कार्यक्रम के लिए नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी जीएस राणा ने बताया कि कोरोना की वैक्सीन आने पर चरणबद्व ढंग से सभी लोगो का टीकाकरण कराया जाना है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले हेल्थ वर्कर्स, उसके बाद बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं एवं बीमार लोगों का वैक्सीनेशन करने के बाद सभी लोगों का चरणबद्व ढंग से वैक्सीनेशन कराया जाएगा।
बैठक में पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान, मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, सीएमओ डा. जीएस राणा, एसीएमओ एमएस खाती, डीपीओ संदीप कुमार आदि उपस्थित थे।
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