चमोली: धार्मिक और पर्यटन स्थलों को स्वच्छ रखने के लिए पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के तत्वाधान में जागरूकता गोष्ठि का आयोजन किया गया। छेत्रपाल में आयोजित हुई कार्यशाला में विभिन्न धार्मिक स्थलो में स्वच्छता अभियान के लिये की गई व्यवस्थाओं पर चर्चा की गई।
पर्यवारण में गंदगी के चलते हर रोज लोग बीमारियों से जूझ रहे हैं। लेकिन आम जन मानस को स्वछता अभियान की मुहिम खुद से शुरू करनी होगी और अपने ऑस पास के वातावरण को स्वच्छ रखने का संकल्प लेना होगा।
सीपीभट्ट संस्था के विनय सेमवाल ने कहा कि तीर्थाटन आज पर्यटन हो गया जिससे तीर्थ धामो में स्वच्ता के साथ धार्मिक मान्यताओं और उनके प्रति सवेदनशीलता को दरकिनार किया जा रहा है, जिस्का खामियाजा आम जनमानस को भुगतना पड़ रहा है।
वरिष्ठ पत्रकार क्रांति भट्ट ने कहा कि उतराखण्ड देवों की तपोभूमि रही है, सैकड़ो नदियों का उद्गम स्थल है, सैकड़ो बुग्याल ओर प्रकृतिक सम्पदा का अपार भंडार से परिपूर्ण है। लेकिन लगातार मानुष्य का इन जगहों पर बेपरवाही से दखल आने वाले समय के लिए नुकसान दायक हो सकती है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता ही सुखमय जीवन की जननी है समस्त जन मानस को स्वच्छता के लिए जागरूक होना होगा।
वही कार्यक्रम के आयोजक पवन गुप्ता ने कहा कि जनपद चमोली में लाखों की संख्या में पर्यटक ओर श्रद्धालु हर वर्ष पहुचता है, यहां की प्रकृतिक सुंदरता को यथावत बनाये रखने के लिए हमे खुद से इसकी स्वच्छता के लिए प्रंबद्ध होना होगा।
इस दौरान देवेन्द्र रावत, पुष्कर चौधरी, विनोद रावत, शेखर रावत, संदीप,पुष्कर सिंह, सोनिया , राम सिंह, विनय, सुरेन्द्र रावत आदि मौजुड़ रहे