Home उत्तराखंड 16500 फ़ीट की ऊंचाई युवाओं ने खोजा अनाम ताल

16500 फ़ीट की ऊंचाई युवाओं ने खोजा अनाम ताल

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अनोखा ताल जो 6युवाओ ने खोजा

हजारों सैल्यूट!– 6 युवाओं नें 6 दिन में 60 किमी पैदल चलकर 16500 फीट की ऊंचाई पर खोजा अनाम ताल..
संजय चौहान!
उत्तराखंड में मौजूद ताल, झीलें और कुंड हमेशा से ही साहसिक पर्यटन के शौकीनों के लिए रहस्य, रोमांच और कौतुहल का विषय रहें है। उत्तराखंड के दुर्गम पहाडो, जंगलो और बुग्याल के बीच में मौजूद ये झील, कुंड और ताल बरसो से ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहे है। इनकी बेपनाह सुंदरता और नैसर्गिक प्राकृतिक सौंदर्य हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देता है।

अनोखा ताल जो 6युवाओ ने खोजा

गौरतलब है कि विगत दिनों रूद्रप्रयाग की मद्दमहेश्वर घाटी में मदमदमहेश्वर से 6 युवाओं नें 6 दिन में 60 किमी पैदल चलकर 16500 फीट की ऊंचाई पर एक अनाम ताल की खोज करके हर किसी को आश्चर्यचकित कर दिया। दिल के आकार का ये ताल बेहद खूबसूरत नजर आ रहा है। इस अनाम ताल को खोजने में 6 सदस्यीय इस दल में गौण्डार गाँव निवासी अभिषेक पंवार, आकाश पंवार, बडियारगढ़-टिहरी गढ़वाल निवासी विनय नेगी, मनसूना गिरीया निवासी दीपक पंवार, खंडाह -श्रीनगर गढ़वाल निवासी अरविन्द रावत, बडियारगढ़- टिहरी निवासी ललित लिंगवाल शामिल थे। इस दल ने बेहद कठिन, जोखिम भरे इस अनाम ताल के बारे तक पहुंचने के लिए पूरी तैयारी की थी। गूगल अर्थ मैप का अध्ययन कर रूट तैयार किया। जिसके बाद इस दल नें मदमहेश्वर – धौला क्षेत्रपाल – कांचनीखाल वाला रूट चुना। विषम भौगोलिक परिस्थितियों का सामना करते हुये, दुर्गम, जोखिम भरे रास्ते से होकर पहाड, बुग्याल, पथरीले रास्ते, ग्लेशियरों को पार करने के उपरांत आखिरकार इन 6 युवाओं की जिद, जुनून और पहाड से हौंसले नें देश दुनिया को पहली बार हिमालय की अनमोल गुमनाम नेमत अनाम ताल का दीदार और साक्षात्कार करवाया। आज इन 6 युवाओं को हर कोई सैल्यूट कर रहा है। हो भी क्यों न, क्योंकि इन युवाओ ने एक नया इतिहास जो लिख दिया है।

पहाड के शोकीनो को उत्तराखंड में इन ताल, झील और कुंड तक पहुंचना किसी रहस्य, रोमांच से कम नहीं है —
रूपकुंड, सप्तकुंड, कागभूषडिं ताल, संतोपथ ताल, हेमकुंड, देवताल, पार्वती कुंड, ब्रह्मताल, नंदीकुंड, वासुकीताल, केदारताल सहित कई ताल है जहां आज भी पहुंचना बेहद कठिन है। लेकिन हर साल इन तालों का दीदार करने हजारो पर्यटक उत्तराखंड पहुंचते हैं।

हमारी ओर से भी इन 6 युवाओं को इस अनाम ताल को देश दुनिया के सामने लाने के लिए ढेर सारी बधाईयां।