मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कैबिनेट ने बड़ा निर्णय लेते हुए प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में 6 पुलिस थाने और 20 चौकियों को स्वीकृति दे दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहले ही इस बात के संकेत दे दिए थे कि जहां-जहां कानूनों में बदलाव करने की जरूरत महसूस होगी वहां जनता के अपेक्षा के अनुरूप सरलीकरण और समाधान किया जाएगा इसी का उदाहरण है कि मुख्यमंत्री ने बिना किसी देरी के विभिन्न जनपदों में कुल 6 पुलिस थाने और 20 नई चौकियों की स्वीकृति दे दी है।
पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण इन सभी क्षेत्रों को राजस्व पुलिस से हटाकर रेगुलर पुलिस में देने को लेकर लंबे समय से मांग उठ रही थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस बाबत तत्काल निर्णय लेते हुए पुलिस मुख्यालय के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है। बीते दिनों अंकिता भंडारी केस भी राजस्व पुलिस से रेगुलर पुलिस को सौंपा गया और तत्काल मामले में कार्रवाई कर दी गई।
*इन 6 थानों को मिली स्वीकृति*
डीजीपी अशोक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि कैबिनेट द्वारा 6 पुलिस थानों को स्वीकृति दी गई है जिसमें पौड़ी जिले में यमकेश्वर, टिहरी जिले में छाम, चमोली जिले में घाट, नैनीताल जिले में खानस्यूं, और अल्मोड़ा जिले में देघाट और धौली झीना की स्वीकृति कैबिनेट द्वारा दी गई है।
*इन 20 चौकियों को दी कैबिनेट ने मंज़ूरी*
इसी प्रकार 20 पुलिस चौकियां जिनमें देहरादून जिले में लाखामंडल, पौड़ी जिले में बीरोंखाल, टिहरी जिले में गजा, कांडीखाल, चमियाला, चमोली जिले में नौटी, नारायणबगड़ और उर्गम पुलिस चौकी स्वीकृत हुई हैं। इसी प्रकार रुद्रप्रयाग जिले में चोपता, दुर्गाधार, उत्तरकाशी जिले में सांकरी, धौंतरी, नैनीताल जिले में ओखल कांडा, धानाचुली, हेड़ाखान और धारी पुलिस चौकी को स्वीकृति मिली है। इसी प्रकार अल्मोड़ा जिले में मजखाली, जागेश्वर, भौनखाल, चंपावत जिले में बाराकोर्ट पुलिस चौकी को स्वीकृति प्रदान की गई हैं।
*जाम की स्थिति में मददगार होगी मित्र पुलिस*
प्रदेश में इन क्षेत्रों में पुलिस चौकी खुलने से जहां पर्यटक स्थलों पर क़ानून व्यवस्था मजबूत होगी वहीं दूसरी ओर पीक सीजन में जाम की स्थिति में भी निजात मिलेगी। इसके साथ भी पर्यटक स्थलों पर शांति व्यवस्था बिगाड़ने वालों पर भी कारवाई की जा सकेगी।