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केन्द्र व राज्य पोषित योजनाओं के साथ स्वरोजग से जुडी योजनाओं की समीक्षा बैठक

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चमोली :प्रभारी सचिव हरबंस सिंह चुघ ने शुक्रवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों बैठक लेते हुए केन्द्र पोषित, राज्य सैक्टर, जिला योजना, बाह्य सहायतित तथा स्व-रोजगारपरक योजनाओं के साथ साथ विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने योजनाओं में प्राप्त धनराशि का समय से सदुपयोग करते हुए स्व रोजगारपरक योजनाओं पर विशेष ध्यान देने और सीएम समाधान पोटर्ल पर दर्ज जनता की शिकायतों का समय से निराकरण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।


प्रभारी सचिव ने कहा कि सभी अधिकारी पूरी निष्ठा, ईमानदारी और संवेदनशीलता के साथ विभागीय योजनाओं का क्रियान्वयन करें ताकि गुणवत्ता के साथ योजनाएं समय से पूरी हो सके और अंतिम छोर तक योजनाओं का लाभ पहुॅच सके। उन्होंने कृषि, उद्यान, पशुपालन, उद्योग, डेयरी, मत्स्य एवं अन्य रेखीय विभागों की स्वरोजगारपरक योजनाओं से कोविड काल में लाभान्वित किए गए लाभार्थियों की सूची उपलब्ध कराने और मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत जनपद को दिए गए लक्ष्य को समय से हासिल करने को कहा। सभी रेखीय विभागों को रूटीन योजनाओं के अलावा कुछ नवाचारी स्वरोजगारपरक स्कीम के तहत जरूरतमंद व्यक्तियों को लाभान्वित करने की बात कही। जिले में फिश एग्लिंग की संभावना को देखते हुए पर्यटन और मत्स्य विभागों को समन्वय बनाकर वृहद स्तर पर कार्ययोजना तैयार करने पर जोर दिया।
जिले में ग्रोथ सेंटरों के विकास पर जोर देते हुए प्रभारी सचिव ने ग्रोथ सेंटरों में कच्चे माल की आसानी से उपलब्धता सुनिश्चित करने, सदस्यों को उत्पादों की पैकिंग, लेबलिंग, ब्राॅन्डिंग आदि मार्केटिंग गतिविधियों का प्रशिक्षण देते हुए हैंड होल्डिंग कर आत्मनिर्भर बनाने को कहा। जिले में विभिन्न विकास योजनाओं से संबधित मुख्यमंत्री घोषणाओं की समीक्षा करते हुए प्रभारी सचिव ने घोषणाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने के निर्देश दिए। कहा कि जिन योजनाओं के आंगणन शासन को नही भेजे गए है उन्हें तत्काल शासन को भेजे। सीएम समाधान पोटर्ल एवं डेसबोर्ड पर दर्ज शिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए प्रभारी सचिव ने सभी अधिकारियों को अपने मोबाइल पर अनिवार्य तौर से सीएम समाधान एप डाॅउनलोड करने एवं एल-1 और एल-2 स्तर प्राप्त शिकायतों का समय से निराकरण करने को कहा।
लोनिवि, जल निगम, विद्युत, वन एवं स्वास्थ्य विभागों द्वारा केन्द्र पोषित एवं राज्य सैक्टर की योजनाओं में प्राप्त धनराशि के सापेक्ष कम व्यय एवं कार्यो की धीमी प्रगति पर प्रभारी सचिव ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने केन्द्र पोषित एवं राज्य सैक्टर के तहत संचालित अवशेष कार्यो को गुणवत्ता के साथ शीघ्र पूरा करते हुए आवंटित धनराशि का सदुपयोग करने के निर्देश दिए। कहा कि विकास कार्यों को पारदर्शिता और गंभीरता से संपादित करते हुए उसकी वित्तीय और भौतिक प्रगति में अपेक्षित सुधार करें।
जनपद स्तर पर विभिन्न विभागों द्वारा किए गए इनोवेटिव प्रयासों और बेहतर पराफार्मेंस की तारीफ करते हुए प्रभारी सचिव ने आगे भी इसी तरह कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि किसी भी विभागीय या सामूहिक रूप से जनपद स्तर का यदि शासन स्तर पर कोई मामला हो तो उसको समय रहते संज्ञान में लाएं ताकि किसी भी कार्य के क्रियान्वयन में अनावश्यक देरी ना हो।
प्रभारी जिलाधिकारी हंसादत्त पांडे ने प्रभारी सचिव को अवगत कराया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में जिला योजना के तहत 44.43 करोड़ अनुमोदित परिव्यय के सापेक्ष 40.80 करोड़ धनराशि विभागों को अवमुक्त की गई है। जिसमें से 48.54 प्रतिशत धनराशि विभागों द्वारा नवंबर तक व्यय कर ली गई है। राज्य योजना में 10112.68 लाख के सापेक्ष 71.14 प्रतिशत, केन्द्र पोषित के तहत 18576.40 लाख के सापेक्ष 89.07 प्रतिशत तथा वाह्य सहायतित योजना के तहत 343.62 लाख के सापेक्ष 72.42 प्रतिशत विभागों द्वारा व्यय कर लिया गया है। नवाचारी कार्यो के तहत स्कूलों में ई-लर्निंग, स्कूलों एवं आंगनबाडी केन्द्रों को माॅडल बनाने के साथ ही सभी सरकारी बालिका विद्यालयों में सेनेटरी वैन्डिंग नैपकिन मशीन लगाई गई है। जिले में सांइस म्यूजियम एवं बेरोजगारों को प्रशिक्षण देने के लिए निःशुल्क प्रेरणा कोचिंग सेंटर संचालित है। फिश एग्लिंग, रीवर राफ्टिंग, टयूलिप फ्लावर, डेमेस्क रोज, पंचबद्री प्रसाद्म, बद्री घी आदि स्वरोजगार गतिविधियां संचालित है। जलशक्ति अभियान के तहत गैरसैंण ब्लाक में मोथूगाढ़ नदी को पुर्नजीवित करने के लिए 12 रिंचार्ज सेक्टर में रखा गया है तथा इनमें वृहद पौधरोपण के साथ ही जलसंरक्षण किया गया है। जिलासू को आयुर्वेदा विलेज के रूप में विकसित करने पर कार्य चल रहा है। रेखीय विभागों के माध्यम से क्लस्टर आधारित कृषि को बढावा दिया जा रहा है। इस दौरान प्रभारी जिलाधिकारी हंसादत्त पांडे, डीएफओ आशुतोष सिंह, अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार चन्याल, सीएमओ डा0 जीएस राणा सहित सड़क, शिक्षा, कृषि, उद्यान, उद्योग, मत्स्य आदि विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
इससे पूर्व प्रभारी सचिव ने गोपेश्वर-मंडल मोटर मार्ग पर बैरांगना में मत्स्य प्रजनन केन्द्र, रेन्बो ट्राउट कैफे हाउस, कोटेश्वर में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत निर्मित बहुउदेशीय जलसंभरण टैंक, जंगली जानवरों से फसलों की सुरक्षा के लिए लगाए गए चैनलिंग फैन्सिंग और खल्ला गांव में पाॅली हाउस कार्यो का स्थलीय निरीक्षण भी किया। लाभार्थियों से बातचीत करते हुए प्रभारी सचिव ने उनकी समस्याएं सुनी और योजना के बेहतर संचालन हेतु सुझाव लिए। कोविड के कारण बाहर से आए प्रवासियों को स्वरोजगार अपनाने पर प्रभारी सचिव ने खुशी जाहिर करते हुए उन्हें आगे भी हर संभव मदद पहुॅचाने की बात कही। इस दौरान प्रभारी सचिव ने कहा कि पहाड़ों पर खेती के लिए पावर वीडर बहुत फायदेमंद है। कहा कि हर घर हर किसान तक पावर वीडर/पावर टिल्लर पहुॅचाने के लिए ठोस योजना के तहत कार्य किया जाए। इससे श्रम की बचत के साथ अधिक उत्पादन होने से खेती से जुड़े लोगों को अधिक लाभ मिलेगा। जंगली जानवरों से फसलों की सुरक्षा से जुड़ी समस्या पर प्रभारी सचिव ने कहा कि चैन लिंक फैन्सिंग को व्यक्तिगत किसान के बजाय समूह में किसानों को लेकर चैन लिंक फैन्सिंग की जाए ताकि कम लागत में अधिक लोगों को फायदा मिल सके। प्रभारी जिलाधिकारी ने प्रभारी सचिव को अवगत कराया कि इस वर्ष जिला योजना से 74 किसान समूहों को फार्म मशीनरी बैंक के तहत पावर टिल्लर, आटा चक्की, पम्प आदि कृषि उपकरण देकर लाभान्वित किया गया है। भ्रमण के दौरान प्रभारी सचिव ने जड़ीबूटी शोध संस्थान में इंडोर औषधीय उद्यान में तैयार किए जा रहे औषधीय पौधों की जानकारी भी ली। इससे पूर्व प्रभारी सचिव ने गोपीनाथ मंदिर पहुॅच कर भगवान गोपीनाथ के दर्शन भी किए।