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मानसून सीजन के दौरान जिले में आपदा से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों एवं उनके पुर्ननिर्माण कार्यो की समीक्षा

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जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने सोमवार को मानसून सीजन के दौरान जिले में आपदा से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों एवं उनके पुर्ननिर्माण कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने सभी सड़क निर्माणदायी संस्थाओं को अवरूद्व मोटर मार्गो को शीघ्र यातायात के लिए सुचारू करने के निर्देश दिए।

थराली-जूनीधार-गोठिण्डा एवं थराली-सूना-पैनगढ़ मोटर मार्ग विगत 13 अगस्त से यातायात के लिए अभी तक सुचारू न किए जाने पर जिलाधिकारी ने लोनिवि के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। वही आपदा कार्यो की महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में लोनिवि थराली के अधिशासी अभियंता के गायब रहने पर नाराजगी जाहिर करते हुए जिलाधिकारी ने लोनिवि के अधीक्षण अभियंता एवं अधिशासी अभियंता दोनो का स्पष्टीकरण तलब किया है। जिलाधिकारी ने गडोरा-अमरपुर-कम्यार, चमोली-पलेठी-सरतोली तथा डुंग्री-रतगांव मोटर मार्ग पर भी शीघ्र यातायात सुचारू करने के लिए लोनिवि व पीएमजीएसवाई को आपसी सामजस्य बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए। कहा कि जिन स्थानों पर सुरक्षात्मक कार्यो की आवश्यकता है वहाॅ पर शीघ्र सुरक्षात्मक कार्य शुरू किया जाए।

आॅलवेदर परियोजना के तहत एनएच चैडीकरण में कई जगह बने नए स्लाइडिंग जोन पर भी जिलाधिकारी ने एनएच के अधिकारियों को आडे हाथो लिया। उन्होंने कहा कि एनएच की लापरवाही से जिले में भनेरपानी, छिनका, क्षेत्रपाल, निर्मल पैलेस, बाजपुर, हिलेरी पार्क, कर्णप्रयाग, नंदप्रयाग आदि कई स्थानों पर खतरनाक स्लाइड जोन डेवलप हुए है। उन्होंने एनएच के अधिकारियों को स्लाइड जोन के ट्रीटमेंट के लिए प्रस्ताव तैयार करने तथा शीघ्र सुरक्षात्मक कार्य शुरू कराने के निर्देश दिए। एनएच पर कई जगह पडे मलवे के ढेर से यातायात मे लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए जिलाधिकारी ने एसडीएम को अपने क्षेत्रान्तर्गत रेग्यूर माॅनिटरिंग कर चालान काटने के निर्देश दिए। नंदप्रयाग में मलवे में दबे भवनों एवं मृतक व्यक्तियों का फरवरी से अभी तक मुआवजा भुगतान न करने पर कडी फटकार लगाते हुए जिलाधिकारी ने 2 सिंतबर तक हर हाल में प्रभावितों में मुआवजा वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने चेतावनी दी की अगर प्रभावितों को शीघ्र मुआवजा वितरण नही किया गया तो संबधितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्यवाही भी अमल में लाई जाएगी। इस दौरान लंगासू में स्थानीय लोगो की जनभावना के अनरूप मां चण्डिका मंदिर को बचाते हुए सड़क निर्माण तथा कालेश्वर में पानी की निकासी के लिए नाली निर्माण कराने हेतु एनएच के अधिकारियों एवं एसडीएम को आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने को कहा गया।
बैठक में मंडल-चोपता मोटर मार्ग एवं लामबगड में निर्माण कार्यो की समीक्षा भी की गई। जिलाधिकारी ने एनएच को मंडल-चोपता मोटर मार्ग पर क्षतिग्रस्त सड़क को शीघ्र ठीक कराने के निर्देश दिए। कहा कि शासन से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों के पुर्ननिर्माण के लिए अनुमति लेकर बजट की प्रत्याशा में काम शुरू किया जाए। उन्होंने हिदायत दी कि खराब सड़क के कारण यदि मार्ग पर कोई भी दुर्घटना हुई तो संबधितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। वही लागमबगड में निर्माण कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए गए। इस दौरान जनपद में विद्युत एवं पेयजल आपूर्ति की समीक्षा भी की गई।
इस दौरान एडीएम एमएस बर्निया, एसडीएम केएस नेगी, एसडीएम अनिल कुमार चनियाल, एसडीएम बुशरा अंसारी, एसडीएम कौशतुभ मिश्र, एसडीएम वैभव गुप्ता सहित सड़क, पेयजल, आपदा प्रबन्धन आदि विभागों के अधिकारी मौजूद थे।