गोपेश्वर।: अपराधों के त्वरित निस्तारण में चमोली पुलिस अब्बल साबित हो रही है। इसके चलते 189 दर्ज मामलों में से 153 का अब तक निस्तारण होने से विवेचनाओं में तेजी आ रही है।
दरअसल चमोली जिले में अपराध, दहेज, गुमशुदगी से संबंधित 189 मामले पुलिस ने दर्ज किए। कोरोना महामारी के दौर में जहां आम लोग अपनो के साथ घरों में सुरक्षित रहे वहीं पुलिस कर्मी आम जनमानस की सुरक्षा के लिए चौकसी करते रहे। वर्ष 2020 में दर्ज हुए अधिकांश आपराधिक मामलों का अब तक निस्तारण कर दिया गया है। अपराध की बात करें तो इसमें गृह भेदन/चोरी के 18 मामलों में से 13 मामलों का खुलासा कर दिया गया। हत्या के दो मामलों में से एक का त्वरित निस्तारण हो गया। बलवा के दो मामलों में से दोनों का ही निस्तारण कर दिया गया। दहेज हत्या का एक प्रकरण सामने आया था। उसका भी निस्तारण हो गया है। बलात्कार के 8 दर्ज मामलों में से 7 मामले निस्तारित हो गए हैं। इसी तरह गुमशुदगी के 8 दर्ज मामलों में से 7 बच्चों की सकुशल बरामदगी कर ली गई है। सभी बच्चे ऑपरेशन स्माइल के तहत अभिभावकों को सौंपे गए। बर्चुअल थाने में दर्ज 60 मामलों में से 55 मामलों का समाधान किया गया। पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने बताया कि अपराध नियंत्रण को प्राथमिकता दी गई है। इसके चलते ही दर्ज मामलों के निस्तारण पर जोर दिया जा रहा है। यही वजह है कि विवेचनाओं का त्वरित निस्तारण किया जा रहा है। कहा कि पुलिस में दर्ज मामलों की गहनता और गंभीरता से जांच कर कार्रवाई की जा रही है। इससे अपराधियों पर लगाम लगाने में मदद मिल रही है। आम जनमानस का कानून पर विश्वास बनाए रखने के लिए विवेचनाओं में तत्परता लाई जा रही है। उन्होने कहा कि चमोली जिला भौगोलिक रूप से बेहद संवेदनशील है। इसके बावजूद सभी परिस्थितियों का मुकाबला कर पुलिस अपने दायित्व का बेहतर निर्वहन करने में जुटी है। उन्होने कहा कि आगे भी अपराधों के नियंत्रण के लिए पुलिस में दर्ज मामलों का निस्तारण तेजी से करने की कवायद जारी रहेगी। उन्होने अपराध नियंत्रण में आम जनता की भागीदारी पर जोर दिया है।