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3 अक्टूबर तक ग्रामीणों की 20सूत्रीय मांगों पर टीएचडीसी कार्यवाही नहीं करती तो ग्रामीण 4 अक्टूबर केा जिलाधिकारी कार्यायल पर करेंगे आत्मदाहः राजेन्द्र हटवाल

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चमोलीः 444मेगा वाट विष्णुगाड पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना प्रभावितों ने शुक्रवार को जुलूस प्रदर्शन करते हुए अपना आक्रोश व्यक्त किया और कंपनी पर वादा खिलापी का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा, इस दौरान 20 सूत्रीयों मांगों पर 3अक्टूबर तक कंपनी अपने वायदों को पूरा नहीं करती है तो वे 4 अक्टूबर को जिलाधिकारी कार्यालय पर आत्मदाह करेंगे। वहंी कंपनी प्रबन्धन मामले में पूरी कार्यवाही को नियम संगत बता रही है।

शुक्रवार को हाट के ग्रामीण अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए टीएचडीसी परियोजना कार्यालय पर पहुंचे और शासन प्रशासन और कंपनी प्रबंधन के खिलाप जमकर नारेबाजी की। कंपनी के उच्चअधिकारियेां के सामने अपनी आप बीती रखते हुए समस्त ग्रामीण भावुक हो उठे और सभी लोग कंपनी द्वारा किये गये ध्वस्तीकरण लेकर आहत नजर आये।
ग्राम प्रधान राजेन्द्र हटवाल ने कहा कि कंपनी प्रबंधन और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन, कंपनी प्रबंन्धन ग्रामीणों के बीच विधायक की मध्यस्ता के बाद कुछ समझौतों पर वार्ता हुई थी ग्रामीणों के मांग के अनुसार कार्यवाही पूरी करने के लिए 3अक्टुबर तक का समय दिया गया था लेकिन प्रशासन और कंपनी प्रबन्धन ने जिस तरह से बिना समय दिये और 3अक्टूबर का इंतजार किये बिना गांव में आकर बलपूर्वक जिस तरह से ध्वस्तीकरण का कार्य किया वह सरासर गलत है उन्होंने कहा कि जिन समझौतों पर कंपनी ओर ग्रामीणों के माध्यय वार्ता हुई थी उसके लिए वे 4 अक्टूबर तक का इंतजार करेंगे अगर समझौतो के अनुसार कार्यवाही नहीं होती हैं तो वे जिलाधिकारी कार्यालय के सामने आत्मदाह करने को मजबूर होंगे।।

हाट गांव में बीती बुधवार को टीएसडीसी, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की ओर से 16 आवासीय भवनों का ध्वस्त कर दिया गया है। जिससे ग्रामीणों में बिना अनुमन्य राशि भुगतान के बिना भवनों को तोड़ने और वर्ष 2009 में हुए समझौते के अनुरुप कार्रवाई न किये जाने पर आक्रोश बना हुआ है। ऐसे में शुक्रवार को ग्रामीणों परियोजना कार्यालय सियासैंण में विरोध प्रदर्शन किया। ग्राम प्रधान राजेंद्र हटवाल ने परियोजना कंपनी की ओर से गांव में की गई ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को कंपनी और जिला प्रशासन की वादा खिलाफी बताया है। कहा कि बदरीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट की मौजूदगी में जहां प्रशासन और कंपनी के अधिकारियों ने 3 अक्टूबर तक कार्रवाई कर ध्वस्तीकरण करने का आश्वासन दिया था। लेकिन उससे पूर्व ही कार्रवाई कर दी गई है। उन्होनें निर्धारित तिथि तक कार्रवाई न किये जाने पर 4 अक्टूबर को जिलाधिकारी कार्यालय के सम्मुख आत्मदाह करने की बात कही है। इस मौके पर ज्येष्ठ प्रमुख पंकज हटवाल, इंद्रप्रकाश पंत, मुकेश गैरोला, गुप्ता प्रसाद पंत, नर्वदा देवी सहित अन्य ग्रामीण भी मौजूद थे।

हाट गांव के पौराणिक लक्ष्मी नारायण और शिव मंदिर के संरक्षण को लेकर पुरातत्व विभाग से पत्राचार किया जा रहा है। साथ ही गांव में ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के विल्ववन का भी संरक्षित करने का कार्य किया जाएगा।
आरएन सिंह, अधिशासी निदेशक, टीएचडीसी, पीपलकोटी।

इनसेट-
अपने ध्वस्त भवनों देवताओं के निशान ढूढ रहे हाट के ग्रामीण
गोपश्वर। हाट में बुधवार को टीएचडीसी की ओर से की गई ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में यहां का बग्डवाल मंदिर भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। जिसके बाद अब शुक्रवार को अपने ध्वस्त हुए गांव में ग्रामीण पूरे दिन देवताओं के निशानों को ढूंढते रहे।