Gairaan:ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के माईथान क्षेत्र की सड़क ओर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में शामिल चार सूत्रीय मांगों को लेकर दो दिन से भूख-हड़ताल पर बैठे ग्रामीणों का कोई सुध लेवा नहीं है।मामले को लेकर प्रभारी उप जिलाधिकारी गैरसैंण ने ऐसी किसी आंदोलन की सूचना होने से ही इनकार किया है। जिसके चलते भूख-हडताल का दूसरा दिन गुजरने के बावजूद अब तक न तो गैरसैंण तहसील-प्रशासन का कोई नुमाइंदा ग्रामीणों से बातचीत को पहुंचा,ओर ना ही अनशनकारी का प्राथमिक स्वास्थ्य परीक्षण हो पाया है। घने जंगल ओर भारी ठंड के बीच आंदोलनकारियों का होंसला कम नहीं हुआ है, आंदोलन के दूसरे दिन भूख हड़ताल को समर्थन देने वालों में माईथान व पिंडर घाटी के ग्रामीणों सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों का मंगलवार को तांता लगा रहा।थराली की प्रमुख कविता देवी के नेतृत्व में भारी संख्या में ग्रामीण आंदोलन के समर्थन में पंहुचे।
ग्रामीणों की चार सूत्रीय मांगे⤵️
चार सूत्री मांगों में शामिल बुंगीधार-मेहलचोरी- बच्छुवाबाण मोटर मार्ग का कस्वीनगर-थराली तक मिलान किए जाने,माईथान-चौखुटिया की क्षतिग्रस्त सड़क का डामरीकरण,नैल-पत्थरकट्टा सड़क को देवपुरी गांव से जोड़ने व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र माईथान में डॉक्टर की तैनाती की मांग प्रमुख रूप से शामिल हैं।
अनशनस्थल पर हुई बैठक में सरकार के उपेक्षापूर्ण रवैये से आहत आंदोलनकारियों ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लेते हुए कहा कि,जब चुनी हुई सरकार हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है,तो फिर ऐसे चुनाव में शामिल होने का कोई मतलब नहीं रह जाता।अनशन-स्थल पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए अनशनकारी पूर्व प्रधान कुंवर सिंह नेगी ने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं को लेकर शासन-प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते पहले भी 2007 व 2015 में भूख हड़ताल की गई थी।आंदोलन समिति के अध्यक्ष हरेंद्र कंडारी ने कहा जनप्रतिनिधियों ओर सरकार के उपेक्षापूर्ण रवैये के चलते आंदोलन करना ही एकमात्र रास्ता रह गया है।जिला पंचायत सदस्य अवतार सिंह पुंडीर ने कहा कि जल्द मांगे पूरी न होने पर आंदोलन को और उग्र किया जाएगा जिसमें क्षेत्र की सभी 21ग्राम पंचायतें शामिल होंगी।प्रमुख थराली कविता देवी ने कहा कि 1972 में स्वीकृत सड़क का निर्माण 1982 में पूर्ण होने के बाद 50 सालों में 5 किलोमीटर सड़क नहीं बन पायी।मामले को लेकर गैरसैंण के प्रभारी उपजिलाधिकारी संतोष पांडेय ने कहा कि वे कर्णप्रयाग में हैं, ग्रामीणों के भूख हड़ताल की उन्हें गैरसैंण तहसील से कोई जानकारी नहीं मिली है।पूर्ण जानकारी लेकर अविलंब ग्रामीणों से वार्ता कर समस्या के समाधान का प्रयास किया जाएगा।इस अवसर पर प्रमुख थराली कविता देवी,सभासद गैरसैंण कुंवर रावत,सेवानिवृत शिक्षक महिपाल सिंह बिष्ट, सुभाष पिमोली,गोपाल फरस्वाण,आन्नद सिंह बिष्ट, हरेंद्र रावत,रमेश सती,खंसर-विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट,खंसर-खीड़ा-बधाणगढी मित्र मंडली के अध्यक्ष शयन सिंह नेगी,कुंवर सिंह नेगी, भवान सिंह रावत,हीरा सिंह नेगी,खिलाफ सिंह,विक्रम नेगी राधेश्याम सिंह,सुरेंद्र सिंह,अवतार सिंह,हीरा रावत,राकेश नेगी,प्रधान कंडारीखोड मनवर सिंह,टेटुडा के चंद्र सिंह,देवपुरी के महेंद्र गोंसाई ने अपने विचार रखे।इस अवसर पर महिला मंगल दलों सहित बड़ी संख्या में देवपुरी,नैल,जलचौंरा,कंडारीखोड,गाजियाबाद,कोट,,कोलानी, टेटुडा व थराली ब्लॉक के तलवाडी स्टेट,लोल्टी के ग्रामीण उपस्थित रहे ।