चमोली :जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने शुक्रवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जिला योजना, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित एवं बाहय सहायतित योजनाओं में विभागों की प्रगति समीक्षा की। उन्होंने विकास योजनाओं को गुणवत्ता के साथ शीघ्र पूरा करते हुए अवमुक्त धनराशि को 10 मार्च तक शत प्रतिशत व्यय करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि जो योजनाएं पूर्ण हो गयी है, उनकी यूसी, एमबी तथा फोटो सहित पूरी रिपोर्ट उपलब्ध करें और अवशेष कार्यो को प्रत्येक दशा में 10 मार्च तक पूर्ण करते हुए अवमुक्त धनराशि को शतप्रतिश व्यय करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा किसी कारण से अगर कोई भी निर्माणदायी संस्था जिला योजना में अवमुक्त धनराशि व्यय नही कर पा रहे है तो वे धनराशि तत्काल सरेण्डर करें। ताकि इस धनराशि को अन्य विकास योजनाओं के लिए विभागों को आवंटित किया जा सके। उन्होंने लोनिवि, आरडब्लूडी, जल निगम, जल संस्थान, वन, चिकित्सा विभागों को संचालित विकास कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए। वही राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित एवं बहाय सहायतित योजना की समीक्षा के दौरान वन, लोनिवि, लघु सिंचाई, समाज कल्याण विभाग को अवशेष धनराशि शीघ्र व्यय कर भौतिक प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। विभागों को बीस सूत्री कार्यक्रम के तहत शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के निर्देश भी दिए गए।
जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी ने विनय जोशी ने अवगत कराया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में जिला योजना के अंतर्गत अवमुक्त धनराशि 5450 लाख के सापेक्ष विभागों द्वारा 77.15 प्रतिशत धनराशि व्यय कर ली गई है। राज्य सेक्टर में 17209.55 लाख के सापेक्ष 75.42 प्रतिशत, केन्द्र पोषित में 24947.77 लाख के सापेक्ष 94.62 प्रतिशत और बाह्य सहायतित योजना में 281.03 लाख के सापेक्ष 78.81 प्रतिशत धनराशि विभागों द्वारा व्यय की गई है। बीस सूत्री कार्यक्रम के तहत संचालित 33 कार्यो में से 25 में लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। जबकि अन्य कार्य प्रगति पर है।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी सर्वेश कुमार दुबे, मुख्य कोषाधिकारी मामूर जहाॅ, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.राजीव शर्मा, परियोजना निदेशक आनंद सिंह, जिला विकास अधिकारी महेश कुमार, डीएसटीओ विनय जोशी सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।