Home उत्तराखंड हेमवंती नन्दन बहुगुणा की जयंती पर गोष्ठी

हेमवंती नन्दन बहुगुणा की जयंती पर गोष्ठी

47
0

चमोली,

बहुगुणा की जयंती पर गोष्टी

स्व० हेमवतीनंदन बहुगुणा जी की जयंती पर बहुगुणा विचारमंच गढ़वाल-कुमाऊँ द्वारा “पलायन कारण एवं निवारण” विषय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें स्व० बहुगुणा द्वारा पहाड़ों से पलायन रोकने के लिये कारगर योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए उत्तराखंड के पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी, पौड़ी, टिहरी, अल्मोड़ा व नैनीताल जनपदों के लिये तत्समय केंद्र से अलग से 400 करोड़ रुपयों(वर्तमान में 4000 करोड़) का अतिरिक्त बजट केंद्र से स्वीकृत कराया था।
गढ़वाल विकास निगम, कुमाऊँ विकास निगम की स्थापना का, तीर्थों को पर्यटन से जोड़ा, साथ ही पलायन पर प्रभावी रोक लगाने के लिए देहरादून व अल्मोड़ा में होटल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट की स्थापना वर्ष 1975 में करवाई ताकि यहां का नौजवान पर्यटन के क्षेत्र में स्वरोजगार बना सके, शिक्षा के लिये गढ़वाल विश्वविद्यालय व कुमाऊँ विश्वविद्यालय की स्थापना की, देहरादून जनपद को मेरठ कमिश्नरी से गढ़वाल कमिश्नरी में शामिल करने का दूरदर्शी कदम उठाया।
अनुसूचित जाति-जनजाति के आरक्षण के अतिरिक्त दूरस्थ हिमाच्छादित पर्वतीय क्षेत्रों के छात्र-छात्राओं को अलग से मेडिकल, इंजीनियरिंग व उच्च शिक्षण संस्थाओं में 5% आरक्षण की व्यवस्था प्रवेश में की।
भविष्य में टिहरी बांध से उत्पन्न होने वाली बिजली का 10% पर्वतीय क्षेत्रों को नि:शुल्क वितरण का आदेश वर्ष 1975 में जारी किया, फौज में भर्ती के लिये सीने व लम्बाई की माप में पहाड़ों के नवजवानों को छूट प्रदान केंद्र से करवायी, सीमांत तहसीलें जो चीन की सीमा से जुड़ी थी उनके लिये फौज में हाई स्कूल उत्तीर्ण तक की छूट दी।
वक्ताओं ने पलायन रोकने की स्व० बहुगुणा की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए विचार व्यक्त किए की बन्दरों व जंगली जानवरों से छुटकारा, पहाड़ों में निवास करने वालों को बिजली के बिलों से निजात, जलकर, भवनकर से छूट और इन टैक्सों की भरपाई जल विद्युत परियोजनाओं के मालिकों से जलकर, भवनकर के रूप में ली जानी चाहिए।
पर्यटकों के लिए Way to Heaven (स्वर्गारोहण) पर्यटन ट्रैक बनाया जाए जिसमें पांडवों के स्वर्गारोहण की तर्ज पर कुरुक्षेत्र से कुमाऊं होते हुए गढ़वाल के पाणुवाखाल, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग, गौरीकुंड, केदारनाथ, भीमपुल, सतोपंथ, स्वर्गारोहिणी होते हुए स्वर्ग जाने का मार्ग विकसित हो, ताकी आगामी पीढ़ी देश-विदेश की इस ऐतिहासिक घटना के साक्षी बन सके।
गोष्ठी की अध्य्क्षता श्री लखपत बुटोला पूर्व जिला जिला पंचायत चमोली तथा संचालन श्री शेखर रावत पत्रकार ने किया, गोष्ठी में संयोजन श्री हरीश पुजारी, सर्वश्री कुंवर सिंह नेगी पूर्व विधायक बद्री-केदार, प्रेम बल्लभ भट्ट पूर्व नगर पालिका अध्य्क्ष गोपेस्वर, श्री नन्दन बिष्ट पूर्व प्रमुख दशोली, श्री सुदर्शन कठैत पूर्व प्रमुख घाट, श्रीमती रेखा पुजारी, श्री किशन सिंह फर्स्वाण अधिवक्ता, समीर बहुगुणा पत्रकार, मनोज भट्ट अधिवक्ता, जगदीश नैनवाल, प पूर्व छात्र संघ अध्य्क्ष मदन मिश्रा, भूपाल सिंह रावत, भरत सिंह रावत अध्य्क्ष बार एसोसिएशन चमोली, शंकर सिंह मनराल, गजेंद्र पाठक, रविन्द्र भारद्वाज आदि उपस्थित रहे, गोष्ठी में उत्तराखंड की जनता से स्व० हेमवतीनंदन बहुगुणा जी के अधूरे कार्य पूर्ण करने के लिये आग्रह किया गया।