चमोली
पूरे चमोली जिले में होली के त्यौहार को बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया इस दौरान शराब के जाम भी जमकर।चलके और लो डीजे और ढोल दमाऊ की थाप पर जमकर थिरके होली और शराब चोली दामन का साथ माना जाता है और एक चलन सा हो गया है कि होली को और बेहतर बनाना है तो शराब परोसा जाना एक स्टेटस सिंबल बन गया है लेकिन दशोलीली ब्लॉक के सरतोली गांव के युवाओं बुजुर्गों और महिला मंगल दल ने कुछ ऐसा कर दिखाया है पूरे चमोली जिले के साथ साथ उत्तराखंड की सभी गांव के लिए प्रेरणा स्रोत बन गया है होली के दिन पूरे गांव में शराब का प्रयोग नहीं किया गया जिसको लेकर कुछ दिन पहले गांव में पंचायत के माध्यम से एक प्रस्ताव पास किया गया था जिसमें पंचायत द्वारा यह नियम बनाया गया था कि गांव में सामाजिक धार्मिक कार्यों में किसी भी तरह से शराब नहीं परोसी जाएगी ग्राम पंचायत के उस प्रस्ताव का प्रभाव होली में भी देखने को मिला और युवाओं ने बुजुर्गों ने महिलाओं ने धूमधाम से होली का पर्व मनाया लेकिन इस दौरान पंचायत द्वारा बनाए गए शराब मुक्त गांव बनाए जाने पर सभी लोग अडीग रहे आस-पास के गांव में भी सरतोली गांव के इस निर्णय की सराहना की जा रही है सरतो ली गांव दसौली ब्लॉक के सबसे बड़े गांव में सुमार है यहां की खूबसूरती यह है कि इस गांव के बुजुर्ग युवा और महिलाओं द्वारा जो भी निर्णय लिए जाते हैं उसने ने पर वह हमेशा खरे उतरते हैं गांव में लगभग प्रत्येक परिवार से एक व्यक्ति देश की सेवा में तैनात हैं या फिर सेना से रिटायर हो चुके हैं इसीलिए इस गांव के लोग जो नियम बनाते हैं उसका अनुसरण भी करते हैं इस दौरान दर्शन सिंह यशवंत सिंह इंद्र सिङ्गः महेंद्र सिंह विनोद राणा पूरन सिंह महिला मंगल दल बुजुर्ग संघ नवयुवक संघ मौजूद रहे
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