राज्य स्तरीय अंडर -19 बालक हॉकी प्रतियोगिता का हुआ समापन, खेल मंत्री रेखा आर्या ने मुख्य अतिथि के रूप में की शिरकत*
देहरादून*: खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या आज रायपुर स्थित महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज पहुंची जहाँ वह 22वे राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित राज्य स्तरीय अंडर -19 बालक हॉकी प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई।इस हॉकी प्रतियोगिता का आयोजन 9 नवम्बर से 11 नवम्बर 2022 तक किया गया,प्रतियोगिता में कुल 13 टीमों ने प्रतिभाग किया।फाइनल मुकाबला महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज और देहरादून टीम के बीच खेला गया, दोनों ही टीमों के मध्य रोमांचक भिड़ंत देखने को मिली। वहीं फाइनल मैच में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज की टीम ने देहरादून टीम को 4-0 से हराकर ख़िताब जीता।
खेल मंत्री रेखा आर्या ने सभी खिलाड़ियों को सम्मानित किया और उनके उज्जवल भविष्य ले लिए शुभकामनायें दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा कि तरह आज खेल भी हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण है हमें शिक्षा के साथ-साथ खेल पर भी ध्यान देना चाहिए।
खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि हार से घबराना नहीं चाहिए बल्कि हार से हमेशा सीखना चाहिए क्योंकि हार हमें सिखाने के साथ सीखने का अवसर देती है।उन्होंने कहा कि साधन, संसाधन का अभाव भी उस खिलाडी के समक्ष बौना साबित हो जाता है जिसके अंदर खेल के प्रति जज्बा और जूनून हो। कई बार यही जज्बा और जूनून खिलाडी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति भी प्राप्त कराता है। खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि पूर्व के समय में साधन व संसाधन बेहद कम थे फिर भी आज वह खिलाडी अंतर्राष्ट्रीय फलक पर चमक रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज सरकार खेल को बढ़ावा देने के लिए कई सारी योजनाए चला रही है जिसका लाभ हमारे खिलाड़ियों को मिल रहा है। साथ ही खेल मंत्री ने कहा कि राज्य में 2024 में 38 वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होना है ऐसे में सभी खिलाडी अभी से बेहतर तैयारी करें, सरकार और खेल विभाग राष्ट्रीय खेलों के आयोजन को लेकर गंभीर है और इसको लेकर अभी से तैयारियां शुरू कर दी गईं है ताकि हम राष्ट्रीय खेलों का आयोजन भव्य रूप से कर सके।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक खेल श्री एस के सार्की जी, संयुक्त निदेशक खेल धर्मेंद्र भट्ट जी, जिला क्रीड़ा अधिकारी श्रीमती शबाली गुरुंग जी, उप प्रधानाचार्य श्रीमती मीना सिंह जी सहित विभागीय अधिकारी व खिलाडी उपस्थित रहे।