Home उत्तराखंड केदारनाथ में लगातार ग्लेशियर का टूटना कोई बुरा संकेत तो नही

केदारनाथ में लगातार ग्लेशियर का टूटना कोई बुरा संकेत तो नही

37
0

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ में चोराबाड़ी ताल से लगभग तीन किमी ऊपर सुबह छह बजे फिर से हिमस्खलन हुआ है। इस बार, छोटा ग्लेशियर का कोई हिस्सा टूटा है। केदारनाथ में मौजूद गढ़वाल मंडल विकास निगम के एक कर्मचारी ने बताया की शनिवार देर शाम सर मध्य रात्रि तक केदारनाथ में काफी बारिश हुई, जिस कारण ऊपरी पहाड़ियों पर भारी हिमपात हुआ है। पिछले कई दिनों से यहां पहाड़ियों पर हिमपात से भारी मात्रा में नई बर्फ जम रही है, जिसके बोझ से ग्लेशियर टूट रहे हैं। ग्लेशियर वैज्ञानिक डॉक्टर डीपी डोभाल ने बताया कि हिमालय क्षेत्र में ग्लेशियरों का टूटना सामान्य घटना है। लेकिन यह केदारनाथ से 6 से 7 किमी ऊपर हो रही है, इसलिए सतर्क रहने की आवश्यकता है।

हालांकि पर्यावरणविद ओर वैज्ञानिकों ने हमेशा ही उच्च हिमालयी छेत्रो को सवेदनशील बताया और यहां पर लाखों लोगों की आवाजाही, हेलीकप्टर बड़ी संख्या में नियमो को ताक पर रखकर चलाना, अनियोजित विकास कार्य इस तरह की घटनाओं के लिए जिमेदार हैं।