नारायण बगडः खबर चमोली उत्तराखंड से है। चमोली जिले का प्रखंड नारायणबगड़ के अति दुर्गम क्षेत्र झिंजौणी में सबसे ज्यादा छात्र संख्या वाले आदर्श प्राथमिक विद्यालय भवन की सुरक्षा दीवार लगातार हो रही बारिश के कारण ध्वस्त हो गई है जिससे विद्यालय एवं आंगनबाड़ी भवन के लिए तत्कालिक तौर पर भारी खतरा बना हुआ है जबकि अभी भी मानसून सत्र चल ही रहा है। मानसून के अपने चरम पर होने के चलते इस क्षेत्र में और भी भारी अतिवृष्टि होने की प्रबल संभावना है क्योंकि यह क्षेत्र उच्च पहाड़ी क्षेत्र है और यहां बारिश बहुत अधिक मात्रा में होती है जिसके कारण यदि विद्यालय भवन की सुरक्षा दीवार को अतिशीघ्र नहीं बनाया जायेगा तो आने वाले कुछ दिनों में तेज बारिश होने की दशा में विद्यालय तथा आंगनबाड़ी भवनों का भी ध्वस्त होने का खतरा बना हुआ है।इस सुरक्षा दीवार के ढहने के कारण आंगनबाड़ी के नौनिहालों, छात्र छात्राओं एवं अन्य कर्मचारियों के जानमाल को भारी क्षति पहुंचा सकती है।
यह सुरक्षा दीवार पहले भी टूट चुकी थी और इसके पुनर्निर्माण के लिए शिक्षा विभाग ने कुछ धनराशि स्वीकृत को किया था,इसके बाद विद्यालय प्रबंधन समिति ने गांव के ही लोगों को इसके निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी थी। पिछले डेढ़ दो महीने पहले ही इस सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य पूरा हुआ था लेकिन मानसून के चलते और पहाड़ी पर दीवार होने से वह दीवार फिर से ढह गई। गांव के लोगों ने बताया कि गांव के मजदूरों का बकाया भुगतान अभी भी होना रह गया है। विधालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष विजय सिंह नेगी ने कहा कि सुरक्षा दीवार का निर्माण बहुत ही अच्छा किया गया था लेकिन नव निर्माण के पूर्ण होने के तत्काल भारी बारिश होने की वजह से वह ध्वस्त हो गई। उन्होंने शिक्षा विभाग से अपील की है कि इस सुरक्षा दीवार के मजबूती के लिए अधिक धनराशि की व्यवस्था की जाए ताकि यह बार बार न टूटने पाए और कहा कि जिन मजदूरों का भुगतान शेष है उनका भुगतान भी शीघ्र किया जाए।विजय सिंह नेगी।
अध्यक्ष विद्यालय प्रबंधन समिति, नरेश राज।ग्रामीण। दीपक सिंह नेगी।
Sign in
Welcome! Log into your account
Forgot your password? Get help
Password recovery
Recover your password
A password will be e-mailed to you.