चमोली: जिला प्रशासन की जनपद चमोली में संचालित समर्थ गांव योजना के द्वितीय चरण की संचालन को लेकर सोमवार को जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने शिक्षा व महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने सकारात्मकता के साथ योजना का संचालन कर जिले के निरक्षरों को साक्षर बनाने के निर्देश दिए। योजना के पहले चरण में ज्ञानमित्रों की ओर से किए कार्यो पर जिलाधिकारी ने संतोष व्यक्त किया।
जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित बैठक के दौरान समर्थ गांव योजना के जिला समन्वयक हेम चंद्र ने बताया कि जनपद में संचालित योजना में 2254 निरक्षर व्यक्तियों की पहचान की गई है। जिन्हें साक्षर करने के लिए सात हजार से अधिक ज्ञानमित्रों के सहयोग से योजना का संचालन किया जा रहा है। योजना के तहत जहां चिन्हित लोगों को पाठ्य सामग्री वितरित की गई है। वहीं योजना के प्रथम चरण के मूल्यांकन में 66 प्रतिशत लोगों को साक्षर किया गया है। बताया कि योजना का द्वितीय चरण नवंबर माह से शुरू किया गया है। जिसका मूल्यांकन मार्च माह में किया जाएगा।
बैठक में जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को दिव्यांग निरक्षर लोगों को साक्षर बनाने के लिए योजना बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए। वहीं समाज कल्याण के साथ समन्वय स्थापित कर उपचार के बाद दिव्यांगों को योजना से लाभान्वित करने के साथ ही रुचिकर शैक्षणिक सामग्री का उपयोग कर योजना का संचालन करने की बात कही। उन्होंने योजना में साक्षर हो चुके लोगों को स्वावलंबी बनाने के लिए बैंक, पोस्ट ऑफिस सहित अन्य विभागों के शैक्षिक भ्रमण करवाने के लिए योजना बनाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने योजना में स्वैच्छिक कार्य कर रहे ज्ञानमित्रों व बेहतर प्रदर्शन करने वाले लोगों को पुरस्कृत करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डा. ललित नारायण मिश्र, जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक धर्म सिंह रावत के साथ ही वर्चुअल माध्यम से शिक्षा विभाग और महिला सशक्तिकरण व बाल विकास विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।