मानसून सीजन शुरू होते ही पहाड़ी जिलों में कई तरह की चुनौतियां का सामना जहां ग्रामीणों को करना पड़ता है वहीं प्रशासन के सामने भी इन चुनौतियों से पार पाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है चमोली रुद्रप्रयाग उत्तरकाशी जिलों में इस बार मौसम का कहर वक्त से पहले ही देखने को मिला है कई जगहों पर बादल फटने की घटनाओं से भारी नुकसान लोगों को झेलना पड़ा है लेकिन 15 जून से मुख्य रूप से मानसून सीजन शुरू होने को लेकर प्रशासन की तैयारियों को लेकर जब सवाल किया गया तो
जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस भदोरिया द्वारा बताया गया कि प्रशासन ने चमोली जिले की सभी तहसीलों ब्लॉक और थानों में स्थानीय स्तर पर अलर्ट जारी किया है जिले में किसी भी तरह की चुनौतियों से निपटने के लिए प्रशासन तैयार रहें उन्होंने कहा कि संवेदनशील जगहों पर जेसीबी मशीनें अलर्ट मोड में रखी जाती हैं और ग्रामीण क्षेत्रों के संपर्क मार्गों की स्थितियों को देखते हुए उन जगहों पर खाद्यान्न की व्यवस्थाएं की जाती हैं सभी कंट्रोल रूम एक्टिव मोड़ में रखे गए है, विस्थापन की श्रेणी में चयनित गांव और संवेदनशील जगहों पर रहने वाले लोगों के लिए अगर अन्यत्र खैराने की जरूरत पड़ी तो उसके लिए भी प्रशासन की तरफ से तैयारी की गई हैं
वहीं पुलिस अधीक्षक समोली यशवंत चौहान का कहना है कि मानसून सीजन के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग पर सबसे ज्यादा चुनौती रहती है वर्तमान समय में चार धाम परियोजना के तहत सड़क चौड़ीकरण के कार्य के बाद बहुत सारे संवेदनशील जगह ठीक हो चुकी हैं लेकिन कुछ ऐसे सपोर्ट हैं जहां पर आज भी बार-बार मलबा आने से सड़कें बंद हो जाती हैं उन जगहों पर मशीनों के साथ-साथ लोगों की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस के जवान भी तैनात किए जाते हैं और मानसून सीजन की तैयारियों को लेकर मॉक ड्रिल भी की जा रही है ताकि किसी भी परिस्थितियों से निपटने में आसानी हो