Home आलोचना प्रशासन ने दादी के तर्पण का भी नही दिया समय: मुकेश गैरोला

प्रशासन ने दादी के तर्पण का भी नही दिया समय: मुकेश गैरोला

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चमोली: हाट गांव में कम्पनी प्रबन्धन ओर प्रशांसन द्वारा प्रभवितो के भवनों की ध्वस्तीकरण की कार्यवाही को गलत बताते हुए ग्राम प्रधान ओर प्रभवितो ने पत्रकार वार्ता में अपना दुख ब्यक्त किया।

बुधवार को पीपलकोटी के हाट गांव में सीएसडीसी और प्रशासन की टीम ने पुलिस बल के साथ परिजनों प्रभावितों की भावना के वशीकरण की कार्यवाही शुरू की जिसके बाद विरोध कर रहे हैं जनप्रतिनिधियों को पुलिस द्वारा कस्टडी में लिया गया इस दौरान परियोजना प्रभावित अपने घरों को टूटते देख रोते बिलखते रहे लेकिन प्रशासन की तरफ से कार्यवाही रोकी नहीं गई हालांकि कंपनी प्रबंधन की तरफ से किसी भी तरह का बयान इस मामले में अभी तक सामने नहीं आया है और ना ही प्रशासन की तरफ से

 

वही ग्राम प्रधान हॉट राजेंद्र भट्ट वालों का कहना है कि ग्रामीण कंपनी के निर्माण कार्यों में हमेशा सहयोग देती रही है और विकास के साथ खड़ी रहती हैं गांव के 90% परिवारों ने विस्थापन कर लिया है लेकिन कंपनी द्वारा स्वैच्छिक विस्थापन का विकल्प ग्रामीणों के सामने रखने के बाद शुक्रवार वर्तमान समय में रह रहे हैं वह इसी समझौते के तहत गांव में ठहरे हुए थे इसके बावजूद भी ग्रामीणों प्रशासन और विधायक के मध्य 3 अक्टूबर तक कुछ समझौतों पर बात हुई थी लेकिन प्रशासन और कंपनी अपने इस समझौते की समय सीमा को दरकिनार करते हुए बुधवार को हार्ड गांव पहुंची और जोर जबरदस्ती तरीके से बवाना के ध्वस्तीकरण का कार्य शुरू किया उनका कहना है कि शासन-प्रशासन कंपनी प्रबंधन की इस कार्यवाही का वह विरोध करते है

वही परियोजना प्रभावित नर्मदा देवी का कहना है कि उनको जरा भी समय नहीं दिया गया कि वह अपने घर के अंदर रखे हुए सामानों की व्यवस्था कर सकें नर्मदा देवी का कहना है कि उसका बेटा देश की सेवा में सीमा पर तैनात है और उसकी शादी के लिए गहने और जेवरात के साथ लाखों रुपए घर में रखे थे लेकिन प्रशासन की तरफ से भवनध्वस्तीकरणक के दौरान उनको घर में रखे ज्वेलरी और केस नहीं दिया गया

बुधवार को ही कार्यवाही से प्रभावित मुकेश गैरोला का कहना है कि इन दिनों श्राद्ध पक्ष चल रहे हैं और बुधवार को उनकी दादी के श्राद्ध थी जिसको लेकर वे तैयारी कर रहे थे लेकिन प्रशासन ने उनको और उनकी पत्नी को बलपूर्वक उठाया और लास्ट आग्रह करने पर भी उनकी एक नहीं सुनी गई ऐसे में उन्होंने कहा कि उनके साथ भविष्य में न्याय हो पाएगा इसको लेकर प्रशासन से उनकी उम्मीदें खत्म हो चुकी हैं

इस दौरान पंकज हटवाल ओर अन्य मौजूद रहे।