चमोल: मानसून सत्र के दौरान आपदा प्रबंधन की तैयारियों को लेकर प्रभारी जिलााधिकारी वरुण चौधरी ने मंगलवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में सभी विभागों की समीक्षा बैठक ली। जिसमें आईआरएस से जुड़े सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए।
प्रभारी जिलाधिकारी ने बताया कि 20 जून के आसपास प्रदेश में मानसून पहुंचने की संभावना है। बरसात में अवरूद्व होने वाले मोटर मार्ग, रास्ते, बिजली, पानी आदि मूलभूत सुविधाओं के लिए सभी संबधित विभाग अपने स्तर से पूरी तैयारी रखें। सडकों के संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त मशीनरी, मैन पावर तथा मशीन ऑपरेटरों के मोबाइल नम्बरों की रेन्डमली जांच करते रहे। नगरीय क्षेत्रों में नालियों की साफ-सफाई, पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था और रैन बसेरों में पेयजल व विद्युत आपूर्ति की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। खाद्य आपूर्ति विभाग को अगले तीन महीनों की खाद्य सामग्री स्टॉक में रखने के निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दवाइयां एवं अन्य मेडिकल उपकरणों का स्टॉक रखने को कहा गया। पशुपालन विभाग को ब्लॉकवार टीकाकरण कैम्प लगाने, विद्युत विभाग को विद्युत आपूर्ति सुचारू रखने तथा विद्युत लाइन के आस पास पेडों की लोपिंग करने के निर्देश दिए। सिंचाई विभाग को नदी के जल स्तर संबधी आंकडे का नियमित रूप से प्रचारित करने को कहा गया। जिला पंचायत अधिकारी द्वारा आपदा प्रबंधन को लेकर पूरी जानकारी न मिलने जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जिला पंचायत की तैयारियों के संबध में अलग से समीक्षा की जाएगी।
आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्द किशोर जोशी ने बताया कि जिले में 6 स्थानों पर एसडीआरफ कीे तैनाती की गई है। जिला आपदा कन्ट्रोल रूम 24 घंटे क्रियाशील है। आपदा प्रबंधन को लेकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आपदा के दृष्टिगत संवेदनशीन 16 गांवों को विस्थापित किया जा चुका है। सभी तहसीलों को आपदा राहत एवं बचाव सामग्री उपलब्ध करा दी गई है। तहसीलों स्तर पर भी 15 जून से कन्ट्रोल रूम का संचालन किया जाएगा। बैठक में एडीएम अभिषेक त्रिपाठी, डीएफओ बद्रीनाथ सर्वेश कुमार दुबे, मुख्य कोषाधिकारी सूर्य प्रताप सिंह, सीएमओ एसपी कुडियाल, सीओ पुलिस नताशा ंिसंह सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।