Home उत्तराखंड टापू में फँसी बेजुबान गाय के लिए मित्र पुलिस बनी फरिश्ता

टापू में फँसी बेजुबान गाय के लिए मित्र पुलिस बनी फरिश्ता

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मानव तो हर घर में पैदा होते हैं, परन्तु मनवता कुछ ही जगहों में जन्म लेती है। मानवता और मित्र पुलिस का मधुर संयोग है, जिसे जवानों द्वारा हर दिन किसी न किसी तरीके से सिद्ध किया जा रहा है।”
बीते तीन दिन से एक गाय गौचर- कर्णप्रयाग के बीच नदी के किनारे एक छोटे से टापू पर जा फँसी थी जिसको रेस्क्यू करना बिना किसी उपकरण के बिल्कुल असंभव था। जिसकी सूचना समाज सेवी चैतन्य बिष्ट द्वारा गौचर पुलिस चौकी को दी गई। सूचना पर तुरंत कार्यवाही करते हुए गौचर पुलिस चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक मानवेंद्र सिंह गुसाईं जी के नेतृत्व में चौकी की टीम व फायर कर्मी रेस्क्यू हेतु घटनास्थल पर पहुँचे। नदी का जलस्तर एवं बहाव अत्यधिक तेज होने के कारण गाय को निकालना संभव नही हो पा रहा था। पुलिस टीम द्वारा अपनी जान जोखिम में डालकर फिसलन भरे रास्ते से अपनी जान जोखिम में डाल कर फिसलन भरे रास्ते से कई घंटो के कठोर परिश्रम के बाद गाय को वहां से सुरक्षित निकाला। इस दौरान बहाव तेज होने के चलते जवानों को दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा। पुलिस के इस साहसिक कार्य का स्थानीय लोगों ने भी जमकर तारीफ की।
जनपद में विषम भौगोलिक स्थिति एवम तेज बहाव नदियों में चमोली पुलिस द्वारा पूर्व में भी अनेक रेस्क्यू अभियानो से कई गोवंशों का जीवन सुरक्षित किया है।