चमोली: करंट हादसे के पीड़ित परिवारों को मुआवजे ओर नौकरी की मांग को लेकर फर्स्वाण फाट के जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन।
15 दिन में कार्रवाई नही हुई तो आंदोलन की दी चेतावनी।
19 जुलाई 2023 को चमोली अलकनंदा के किनारे संचालित नमामि गंगा परियोजना में 16 लोगों की करंट हादसे में मौत हो गई थी और 12 लोग घायल हो गए थे जिसके बाद मुख्यमंत्री स्वयं पीड़ित परिवारों को से मुलाकात करने जिला मुख्यालय गोपेश्वर पहुंचे । इस दौरान पीड़ित परिवारों के परिजनों द्वारा मुख्यमंत्री के सामने मृतकों के परिजनों को 25 लाख मुआवजा और एक व्यक्ति को स्थाई नौकरी की मांग रखी थी और घायलों को 10 लाख मुआवजा दिए जाने के लिए मांग की घटना के 15 दिन बाद भी शासन और प्रशासन स्तर पर मामले में किसी तरह की कार्रवाई ना होने के चलते लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है
,जिसको लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि शनिवार को जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना से मिले और उन्होंने अपना मांग पत्र जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार को भेजा जिला पंचायत सदस्य विक्रम बर्तवाल ने बताया कि शासन और प्रशासन को 15 दिन का समय दिया गया है इस दौरान अगर पीड़ित परिवारों के मुआवजे और नौकरी को लेकर कोई कार्यवाही नहीं होती है क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और विभिन्न संगठनों के लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे और पीड़ित परिवारों के साथ तन मन धन से खड़े रहेंगे वहीं पूर्व जिला पंचायत सदस्य उषा रावत ने कहा कि चमोली जनपद के इतिहास में सिस्टम की लापरवाही से अब तक की सबसे बड़ी दुर्घटनाओं है जिसमें 16 लोगों की मौत हुई और 12 लोग घायल हुए हैं इसीलिए पीड़ित परिवारों के अधिकारों को लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि इस लड़ाई को लड़ रहे हैं मामले में कार्रवाई को लेकर 15 दिन का समय दिया गया है अगर पीड़ित परिवारों को लेकर सरकार संवेदनशील नहीं होती है तो पूरे क्षेत्र के लोग पीड़ित परिवारों की इस लड़ाई के लिए आंदोलन करने को मजबूर होंगे इस दौरान विकासखंड दशोली प्रधान संगठन के अध्यक्ष नयन कुंवर छात्र नेता विपिन फर्स्वाण क्रांति दल के दिगंबर पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सूर्य पुरोहित पीड़ित परिवार से अजय रावत आदि मौजूद रहे।