चमोली जिले के आपदा प्रभावित तपोवन क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्यो को लेकर गढवाल आयुक्त रविनाथ रमन, डीआईजी अपर्णा कुमार, जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया, पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान सहित आईटीबीपी, बीआरओ, एनटीपीसी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को एचसीसी कार्यालय जोशीमठ में आगे की रणनीति पर गहनता से चर्चा की।
गढवाल आयुक्त ने एनटीपीसी के अधिकारियों से आपदा के दौरान तपोवन टनल मे काम कर रहे कर्मचारियों की सही लोकेशन के बारे जानकारी शेयर करने के साथ ही अपने अनुभवी इंजीनियर्स को राहत टीम के साथ हर समय तैनात रखने को कहा। ताकि रेस्क्यू आपरेशन को जल्द पूरा किया जा सके।
लोनिवि एवं बीआरओ को क्षेत्र में क्षतिग्रस्त पुल व संपर्क मार्गो को शीघ्र सुचारू करने के निर्देश दिए गए।
प्रभावित गांव क्षेत्रों मे सडक, बिजली, पानी, खाद्यान्न सहित स्वास्थ्य सुविधाओं को प्राथमिकता पर वहाल करने पर जोर दिया गया।
बैठक मे जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि आपदा से सडक संपर्क टूटने से सीमांत क्षेत्र के 13 गांवों के 360 परिवार प्रभावित हुए है। सडक संपर्क से कटे इन गांवो मे हैली से राशन किट, मेडिकल टीम सहित रोजमर्रा का सामन लगातार भेजा जा रहा है। पैंग और मुरंडा को छोडकर बाकी सभी 11 गांवो मे विघुत व्यवस्था सुचारू कर दी गई है। पैंग व मुरंडा मे सोलर लाइट भेजी गई है। तपोवन, रैणी, जुआग्वाड मे आवाजाही के लिए ट्राली व वैली ब्रिज से वैकल्पिक व्यवस्था बनायी जा रही है।लापता लोगो के बारे जानकारी के लिए तपोवन में हेल्पडेस्क कांउटर से जानकारी दी जा रही है। साथ यहां पर रेस्क्यू में लगी टीम के साथ ही सभी के लिए जलपान एवं भोजन की समुचित व्यवस्था भी की गई है।