जोशीमठः पिछले 12 दिनों से नीति घाटी में सडक मार्ग अवरूद्ध होने से ग्रामीणों की नाराजगी बढती जा रही है, सोमवार को सडक जल्द सुचारू किये जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने जोशीमठ में आंदोलन किया और तहसील परिसर में ठाकुर सिंह राणा ने आमरण अनशन भी शुरू किया हैं
भारत चीन सीमा से लगी नीति घाटी में 14 अगस्त 2021 को तमक के पास चटटान टूटने से मार्ग अवरूद्ध हो गया था, लगातार चटटान टूटने से बीआरओ को मार्ग खोलने में दिक्ककतों का सामना करना पड रहा था, जिसके चलते 12 दिनों बाद भी मार्ग पर आवाजाही शुरू नहीं हो पाई, ऐसे में क्षेत्रों दर्जनों गांवों के लोगों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए शासन प्रशसन से लगातार सडक को शीघ्र खोलने की मांग की, ग्रामणों का कहना है कि सीमान्त घाटी में रसद, स्वास्थ्य सुविधाओं और राजमर्रा के कार्याें के लिए एक मात्र यही सडक मार्ग है, यह सडक भी पिछले 12 दिनों से बंद है जिसके कारण अब गांवों में समस्या गंभीर होती जा रही है जिससे नाराज ग्रामीणों ने आमरण अनशन जैसा निर्णय लिया है।
वही नीति घाटी में ग्रामीणों ने सडक न खुलवाने की मांग को लेकर सरकार के खिलाप नारेबाजी की और शीर्घ मार्ग खोलन की अपील की।
जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना का कहना है कि मार्ग खोलने के लिए दोनों तरफ से बीआरओ की मशीने लगाई गई हैं और एक वैकल्पिक पैदल मार्ग भी खाला गया हैं जिससे रविवार को कुछ लोगों को आरपार करवाया गया है, उन्होंने बताया कि प्रशासन की ओर हेलीसेवा भी शुरू की गई जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों के लिए आवश्यक चीजोंका ख्याल रखा जायेगा, बीमार, गर्भवती महिलाएं, का विशेष ख्याल रखा जायेगा।
इस दौरान ग्राम प्रधान कोषा लक्षमण सिंह, क्षेत्र पंचायत सदस्य सतेन्द्र सिंह राणा, क्षेत्र पंयाता प्रवेंद्र भंडारी, पूर्व प्रधान राजमति देवी लाता, प्रेम सिंह बुटोला, लीला देवी, रूपा देवी, विद्या देवी, लक्ष्मी देवी, लक्ष्मण सिंह बुटोला आदि मौजूद रहे वहीं नीति घाटी में धीरेन्द्र गडोरिया आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे।