भू बैकुंठ धाम बदरीनाथ में एक धर्म विशेष के लोगों द्वारा बकरीद के मौके पर नमाज़ पढ़े जाने का ज्योतिष एवं द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की शिष्य प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कड़ी नाराजगी जताई है । उन्होंने कहा कि करोड़ों हिंदुओं की आस्था एवं विश्वास के केंद्र में इस तरह का कृत्य किया जाना सनातन धर्म पर हमला है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि यह सार्वजनिक किया जाना चाहिए कि नमाज पढ़ने के लिए किस ने मंजूरी दी और किसके संरक्षण में यह हुआ ।
प्रेस को जारी बयान में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि बदरीनाथ धाम की परंपराएं निरंतर टूट रही हैं और अब धाम में एक धर्म विशेष के लोगों द्वारा नमाज अदा की गई है। उन्होंने उत्तराखंड सरकार से मांग की है कि इसमें संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए । उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि इसमें शामिल लोगों के खिलाफ समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो देश के संतो को साथ में लेकर बदरीनाथ कूच करेंग। इस सब की जिम्मेदारी उत्तराखंड सरकार की होग। स्वामी अभिमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि इस धाम में जहां शंख ध्वनि वर्जित है, वहां नमाज पढा जाना भविष्य के लिए खतरे का संकेत है।
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