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नागिनी माता इलेवन ने जीता प्रथम विश्वयुद्ध वीर सैनानी क्रिकेट प्रतियोगिता का फायनल।

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नारायणबगड:नारायणबगड के कड़ाकोट पट्टी के दूरस्थ गांव रैंस में पिछले नवंबर माह से प्रारंभ हुए प्रथम विश्वयुद्ध वीर सैनानी क्रिकेटत्र प्रतियोगिता सीजन 2 का फायनल नागिनी माता इलेवन बनाम संजू इलेवन के बीच खेला गया जिसमें नागिनी माता इलेवन ने विजय प्राप्त की है।
प्रथम विश्वयुद्ध वीर सैनानी क्रिकेट प्रतियोगिताआगाज चमोली जिले के जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह रावत एवं भाजपा अनूसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष भूपालराम टम्टा ने उद्घाटन करने के साथ हुआ था।बीस दिनों तक लगातार चले इस क्रिकेट प्रतियोगिता में 32 टीमों ने प्रतिभाग किया।
आपको बताते चलें कि इसी रैंस गांव से गढवाल रायफल के ग्यारह वीर सैनानियों ने 1914-1919  के प्रथम विश्वयुद्ध में फ्रांस और जर्मनी में भाग लेकर वीरता का परचम लहराया था।यही नहीं इसी रैंस गांव से सात सैनानियों ने स्वंतत्रता संग्रांम में भागीदारी की थी और एक.सैनिक पेशावर कांड के सैनानी भी रहे थे।रैंस गांव और आसपास के गावों से आज भी सैकड़ों नौजवान सैना में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।भारत के प्रथम विक्टोरिया क्रास विजेता दरवानसिंह नेगी का गांव कफारतीर भी रैंस गांव  के समीप ही है।वीसी दरवानसिंह नेगी के नेतृत्व में ही रैंस गांव के ग्यारह वीर सैनानियों ने प्रथम विश्वयुद्ध में भाग लिया था।
इंही वीर सैनानियों को सम्मान देने के लिए तत्कालीन ब्रिटिश सरकार ने रैंस गांव में एक स्मारक कि स्थापना भी की थी।
रैंस गांव के लोगों ने भी अपने वीर सैनानी पूर्वजों की यादों को जीवित रखने और नौजवानों को सैना और देश सेवा के लिए प्रेरित करने के लिए इन वीर सैनानियों के नाम से क्रिकेट प्रतियोगिता की सुरूवात करने का निर्णय लिया…जिसे प्रथम विश्वयुद्ध वीर सैनानी क्रिकेट प्रतियोगिता.. नाम दिया गया है।इसी प्रतियोगिता का यह दूसरा सीजन था।आज हुए क्रिकेट प्रतियोगिता का फायनल मैच नागिनी माता इलैवन v/s संजू इलैवन के बीच खेला गया।फायनल मैच का टास नागिनी माता ईलैवन के कप्तान ने जीतकर पहले बेटिंग करने का निर्णय लिया।जिसे उनकी टीम के बल्लेबाजों ने सही फैसला साबित करते हुए निर्धारित पंद्रह ओवरों में 6 विकेटों के नुकसान पर 140 रन बनाये।नागिनी माता इलेवन की ओर से सबसे ज्यादा 33 गेंदों पर सात छक्कों की मदद से 57 रन की पारी शंकर ने खेली।इस पारी के लिए उंहें फायनल मैच का मैन आफ द मैच भी दिया गया।
नागिनी माता इलेवन के 140 रनों के जबाब में बल्लेबाजी के लिए मैदान में उतरी संजू इलेवन के बल्लेबाजों ने जमकर संघर्ष करते हुए कांटे की टक्कर दी।पूरे मैच में सांसे रोक देने वाले क्षण भी सैकड़ों दर्शकों को देखने को मिले।पूरे मैच में निर्णय किसी भी रटीम के पक्ष में आता-जाता लगा।हालांकि संजू इलेवन के विकेट प्रारंभ सर ही अंतराल पर गिरते रहे।परंतु संजू इलेवन के लिए पवन रोतेला और पवन कठेत ने जीत की उम्मीद को बहुत नजदीक तक ले गये।अंतिम ओवर में संजू इलेवन को जीत के लिए मात्र सात रन चाहिए थे तभी पवन कठैत रन आउट हो गए।जिससे बाद आए बल्लेबाज जीत के लिए जरूरी सात रन बनाने में असफल रहे।इस तरह नागिनी माता इलेवन ने प्रथम विश्वयुद्ध वीर सैनानी क्रिकेट प्रतियोगिता का फायनल मैच दो रनों से जीतकर चमचमाती ट्राफी अपने की।संजू इलेवन के पवन कठैत को मैन ऑफ द सिरीज़ का खिताब दिया गया।इस प्रतियोगिता के लिए विजेता टीम को ट्राफी के साथ इक्कीस हजार रुपये का नगद पुरस्कार तथा उप विजेता टीम को ट्राफी के साथ ग्यारह हजार रुपये का ईनाम दिया गया।
आज प्रातः प्रतियोगिता का फायनल मैच के प्रारंभ होने से पहले क्षेत्र के पूर्व सैनिकों ने प्रथम विश्वयुद्ध के वीर सैनानियों के स्मारक और उनके नाम पट्टिका पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया।
प्रतियोगिता के समापन मैच के मुख्य अतिथि भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह नेगी,गढवाल सांसद प्रतिनिधि सुदर्शन कनेरी,प्रधान संगठन के अध्यक्ष मोनू सती,अति विशिष्ट अतिथि निर्मल मेहरा,ग्राम प्रधान नरेन्द्र सिंह आदि ने खिलाडियों को ट्राफियां देकर उंहे बधाई और शुभकामनाएं दी।
क्षेत्र में इस क्रिकेट प्रतियोगिता की भव्यता व लोकप्रियता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि अंतिम फायनल मैच देखने आसपास के गावों से सैकड़ों लोग दर्शक दीर्घा में मौजूद थे।क्रिकेट फायनल मैच शीघ्र बाद क्षेत्र से आये महिला मंगल दलों के बीच रस्साकशी प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया साथ ही बच्चों के लिए कुर्सी दोड़ का भी शानदार आयोजन किया गया।रस्साकशी में सबको पछाडते हुए लोदला गांव की महिलाओं ने पुरस्कार अपने नाम किया।फायनल समारोह के समापन पर अपने संबोधन में प्रतियोगिता के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने अतिथियों का स्वागत और अभिवादन करते हुए सभी खिलाडियों,सहयोगियों, क्रिकेट प्रेमियों और समस्त ग्रामवासियों
का धन्यवाद किया।साथ ही उंहोने कहा कि हमारे वीर सैनानियों ने इतिहास में अपनी वीरता की गाथाओं को दर्ज कर हमारे लिए आदर्श स्थापित किया है।हम उनकी वीरता की गाथाओं का अनुसरण करते हुए सैना व देश सेवा की भावनाओं को अपने जीवन मे समाहित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।इस अवसर पर क्रिकेट प्रतियोगिता के संरक्षक नरेन्द्र सिंह रावत, उपाध्यक्ष सुदर्शन भंडारी, युमंद अध्यक्ष अर्जुन रावत, दिगपाल राम,पंकज नेगी आदि उपस्थित रहे।