चमोलीः भोटिया पडावों की भूमि पर अधिकार दिये जाने को लेकर जनजाति संघर्ष समिति ने जिलाधिकारी केे माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन,
वीरवार को नीति माणा घाटी के जनजाति के लोगों द्वारा जिला मुख्यालय गोपेश्वर पहुंचकर जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजते हुए कहा कि जनजाति के लोगों द्वारा 1962 भारत चीन युद्ध के समय जगह जगह पर शीतकाल प्रवास पर गये थे जिन स्थानों को भोटिया पडाव के नाम से जाना जाता है, 1962 भारत चीन युद्ध से पूर्व इस सभी क्षेत्र के जनतातिय लोगों का समस्त व्यापार तिब्बत होता था लेकिन युद्ध के बाद सभी ठप्प हो गया।
जिसके बाद भोटिया जनजाति के लोगों द्वारा शीतकाल प्रवास स्थलों पर अपने अपने छोटे छोटे व्यवसाय करने शुरू किये लेकिन इन जगहों की भूमि जनजाति के लोगों के नाम नही हैं उन्हें भोटिया पडावों अधिकार नहीं मिल पाया उन्होंने बताया कि जिसस केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित कई लाभकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। मुख्यमंत्री से इस मामले में कार्यवाही करने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में क्षेत्र पंचायत सदस्य झेलम प्रवेन्द सिंह, ग्राम प्रधान मेहरगांव लक्ष्मी देवी, ग्राम पंचायत कागा, ग्राम प्रधान नीति हेमलता, ग्राम प्रधान गमशाली, रूकमणी देवी, मनोज रावत, दमयन्ती देवी, मुकेश राणा, यशोदा देवी पुष्कर सिंह राणा, शंकर सिंह रावत, सुप्रिया, धीरेन्द्र सिंह गडोरिया आदि मौजूद रहे।