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जिलाधिकारी ने निजमूला घाटी का किया भ्रमण, समस्याओं के समाधान के लिए विभागों को दिये निर्देश

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चमोलीः जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना ने जिले के सबसे दुर्गम क्षेत्र निजमूला घाटी का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से मुलाकात करते उनकी समस्याऐं सुनी, समस्त विभागों को ग्रामीणों की समस्या के समाधान और सडक को शीघ्र खोले जाने के निर्देश दिये।
गुरूवार को जिलाधिकारी चमोली विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ दशोली ब्लॉक निजमूला घाटी में पहुंच इस दौरान ग्रामीणों ने अपनी ग्राम पंचायतों के क्षेत्र में पुष्प गुच्छ देकर जिलाधिकारी का स्वागत किया और अपनी अपनी ग्राम पंचायतों की समस्याओं से अवगत करवाया। ग्राम गाडी , निजमूला, व्यारा, दुर्मि , पगना, पाणा और ईराणी के ग्रामीणों ने अपने गांवों की समस्याओं के लिए जिलाधिकारी को ज्ञापन सोंपा। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि बारिस के मौसम में सडक बंद होने से आवाजाही के लिए ग्रामीणों केा भारी दिक्कतों का सामना करना पडता है। आपातकालीन स्थितियों में बीमार और गर्भवती महिलाओं की जान बचाना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।

जिलाध्यक्ष भाजपा रघुवीर बिष्ट ने पीएमजीएसवाई द्वारा निर्माणाधीन निजूमूला पाणा ईराणी सडक को लेकर जिलाधिकारी को अवगत करवाया कि किस तरह से पीएमजीएस वाई ने सडक निर्माण में लापरवाही बरती है उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा कागजों में पाणा और ईराणी में वाहन संचालित दिखा दिये है और द्वितीय फेज का कार्य शुरू कर लिया है गांवो को जोडने वाले पैदल रास्ते पुल सभी को निर्माण दायी संस्था द्वारा क्षतिग्रस्त कर लिया जिससे अब ग्रामीण जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं
वहीं ग्राम प्रधान ईराणी और लक्षमण सिंह प्रेम सिंह ने प्रसिद्ध गौणा ताल के पुनर्निमाण के लिए जिलाधिकारी से निवेदन किया, युवाओ के आग्रह पर जिलाधिकारी ने गौणा ताल का भ्रमण किया और यहां पर खुदाई में मिली ब्रिटिश कालीन नाव को भी देखा, युवाओं ने गौणा ताल के इतिहास के बारे में जिलाधिकारी को अवगत करवाया भविष्य को लेकर पर्यटन और रोजगार की अपार संभावनाओं को लेकर निवेदन किया कि शासन प्रशासन स्तर पर गौणा ताल के पुनर्निमाण की पहल को गंभीरता से लिया जाय।


गौणा गांव के निकट भूस्खलन से राजकीय इंटर कॉलेज गौणा और पठेला तोक के परिवारों को बने खतरे के दृष्टिगत जिलाधिकारी ने भूस्खलन के ट्रीटमेंट हेतु राज्य आपदा न्यूनीकरण में शीघ्र प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। वही पगना में किलोमीटर 16 और 20 में बडे क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन के ट्रीटमेंट के लिए भी एसडीएमएफ में प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा। पाणा-ईराणी मोटर मार्ग के किलोमीटर 20 में वीरगंगा पर बन रहे 60 मीटर स्पॉन पुल निर्माण कार्यो की धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया कि संबधित ठेकेदार से निर्माण कार्यो को जल्द से जल्द पूरा कराना सुनिश्चित करें। कहा कि पुल निर्माण के लिए पर्याप्त संख्या में मजदूर एवं मशीनें लगाए और 31 मार्च तक पाणा गांव तक सड़क निर्माण कार्य पूरा करें। फेस-1 के कार्यो के अवशेष कार्यो गुणवत्ता के साथ पूरा कराया जाए। उन्होंने एसडीएम को निर्देशित किया कि पुल एवं सड़क निर्माण कार्यो का समय-सयम पर स्थलीय निरीक्षण किया जाए और प्रत्येक सप्ताह निर्माण कार्यो की प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध करें। भेगडा गदेरे में पुल निर्माण कार्यो का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने रूफ एंड ब्रिज कंपनी के अधिकारियों को निर्माण कार्यो में तेजी लाने के निर्देश।

इस दौरान निजमुला, गौणा, पाणा, ईराणी, झिंझी, पगना के स्थानीय निवासियों ने जिलाधिकारी के समक्ष पेयजल, जीर्णशीर्ण विद्यालय एवं आंगनबाडी भवनों की मरम्मत, पैदल रास्तों के सुधारीकरण, पैदल पुल आदि समस्याएं रखी। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि समस्याओं का जल्द निराकरण किया जाएगा। क्षेत्र भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने दुर्मी ताल का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा कि दुर्मी ताल को पर्यटन के दृष्टिगत विकसित करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगें। इस दौरान जिलाधिकारी ने दुर्मी में स्थित फारेस्ट गेस्ट हाउस परिसर में पौधरोपण भी किया।

निरीक्षण के दौरान एसडीएम अभिनव शाह, पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंता परशुराम चमोली, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी, भाजपा जिला अध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट, प्रधान संगठन के अध्यक्ष मोहन नेगी सहित स्थानीय लोग मौजूद थे।