6 दिन बाद भूख हड़ताल से उठाए गये अनशनकारी सुरेंद्र बिष्ट,विरोध में पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य सुरेन्द्र धीमन ने शुरू की भूख हड़ताल।
गैरसैंण: गैरसैंण क्षेत्र की विभिन्न मांगो को लेकर 6 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे व्यापार संघ अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह बिष्ट के गिरते स्वास्थ्य से चिंतित प्रशासन ने काफी जद्दोजहद के बाद देर रात 10बजे उन्हें अनशन स्थल से उठाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गैरसैंण में भर्ती करवा दिया है।जिसके विरोध में गैरसैंण के पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य सुरेन्द्र धीमन ने भूख हड़ताल पर बैठ गये हैं।।वहीं रात को उपचार के बाद सुरेंद्र बिष्ट भी मंगलवार को वापस अनशन स्थल पर आ डटे।
2 घंटे तक चली वार्ता के बाद भी नहीं माने आंदोलनकारी तो रात को जबरन उठाया⤵️
दरअसल कड़ाके की ठंड के बीच 6 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे सुरेन्द्र सिंह बिष्ट का वजन 5 किलो तक गिर गया था,वहीं शुगर ओर ब्लड प्रेशर भी अनियमित चल रहा था।जिसकी रिपोर्ट से चिंतित जिला प्रशासन के निर्देशों पर उपजिलाधिकारी गैरसैंण द्वारा लगातार आंदोलनकारियों से सम्पर्क कर अनशनकारी को उपचार की सख्त जरूरत बतायी,लेकिन आंदोलनकारियों के न मानने पर देर रात नायब तहसीलदार महेंद्र आर्य के नेतृत्व में पंहुचे तहसील कर्मियों ओर थानाध्यक्ष जसपाल सिंह नेगी ने अनशनकारी सुरेंद्र बिष्ट को स्वास्थय का हवाला देकर अनशन समाप्त करने का आग्रह किया,दो घंटे तक चली वार्ता के बाद भी जब वे नहीं माने तो उन्हें जबरन उठाकर अस्पताल ले जाया गया।
आंदोलनकारियों ने शासन प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी⤵️
इस दौरान बडी संख्या में अनशन स्थल पर पहुंचे आंदोलनकारियों व महिलाओं ने प्रशासन की जबरन कार्यवाही का विरोध करते हुए नारेबाजी करते हुए,प्रशासन की कार्यवाही को तानाशाही बताते हुए सुरेंद्र बिष्ट ने कहा की हम लोग जायज मांगों के लिए भूख हड़ताल कर रहे हैं,लेकिन चुने हुए जनप्रतिनिधि ओर सरकार बात करने को तैयार नहीं है।वहीं आम जनता की आवाज को दबाने के लिए सरकार रात को पुलिस भेजकर आवाज को दबाने का काम कर रही है।सुरेंद्र बिष्ट को उठाने के बाद गैरसैंण नगर के गैड गांव निवासी पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य सुरेन्द्र धीमन ने 7वें दिन से भूख हड़ताल शुरू कर दी है।उन्होंने कहा की सरकार डराने की लाख कोशिश करे,लेकिन गैरसैंण क्षेत्र की जायज मांगों के लिए हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
चुने हुए जनप्रतिनिधि नहीं आ रहे वार्ता करने⤵️
आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए पूर्व सभासद कुंवर सिंह रावत (गुड्डु) ने कहा की सरकार रात को तहसील ओर पुलिस प्रशासन को भेजती है,लेकिन लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन कर रही जनता से दिन में वार्ता करने में शरमाती क्यों है।
बड़ी संख्या में आंदोलन स्थल पर पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने निकाला मसाल जुलूस⤵️
देर शाम बड़ी संख्या में आंदोलन स्थल रामलीला मैदान में पहुंच कर आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे व्यापारी व महिलाओं ने मशाल जुलूस निकालकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की व रामलीला मैदान से होते हुए डाकबंगला रोड से मुख्य चौराहे तक मशाल जुलूस निकालकर कर प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर दान सिंह नेगी,मनवर सिंह पंवार,संजय कुमार,चन्द्र सिंह,निवर्तमान नपा अध्यक्ष पुष्कर सिंह रावत क्रमिक अनशन पर बैठे रहे। इस अवसर पर पूर्व सभासद जगदीश ढोंडियाल,सरोज शाह, जगदीश चन्द्र,प्रकाश कुमार,राकेश कुमार,ध्यान सिंह,पृथ्वी रावत सहित सारकोट ग्राम पंचायत के स्कूलधार महिला मंगल दल, गैड तल्ला व धुनारघाट की महिलाएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
वहीं प्रसाशन से नायब तहसीलदार महेंद्र आर्य,थाना अध्यक्ष जसपाल सिंह नेगी, एलआईयू एसआई हेम चन्द्र दुर्गापाल, हरेंद्र मोतला,नवीन कठैत, रंजीत सिंह,स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर अर्जुन रावत आदि शामिल रहे।
14 सूत्रीय बिंदुओं में शामिल मांगे⤵️
क्रम संख्या 1- उपजिला चिकित्सालय का दर्जा प्राप्त गैरसैंण अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों में शामिल सर्जन,फिजिशियन,बाल रोग,हड्डी रोग,नेत्र रोग,महिला रोग चिकित्सकों की नियुक्ति के साथ ही अल्ट्रासाउंड तकनिशियन नियुक्त किए जाने।
2- डिग्री कॉलेज गैरसैंण में एमएससी की कक्षाएं प्रारंभ किए जाने।
3- पॉलिटेक्निक गैरसैंण में फार्मेसी,सिविल इंजीनियरिंग,कंप्यूटर साइंस व इलेक्ट्रॉनिक्स के संकाय खोले जाने सहित हॉस्टल निर्माण की मांग।
4- गैरसैंण नगर क्षेत्र में आवारा पशुओं के लिए गौशाला निर्माण।
5- धुनारघाट-बाटाधार सड़क का डामरीकरण।
6-रिखोली-कुमोली सड़क डामरीकरण क्रम संख्या।
7-गैरसैंण-फरकंडे डिग्री कॉलेज सड़क सुधारीकरण।
8-सारकोट-भराडीसैंण सड़क का डामरीकरण किए जाने।
9-धारगैढ मोटर मार्ग का खाल्यू तोक तक विस्तारीकरण।
10- सेरा-छपाली मोटर मार्ग निर्माण।
11-भराडीसैंण-सिलपाटा मोटर मार्ग निर्माण।
12-महरगांव-पजियाणा सड़क निर्माण की मांग।
13- फरकंडे-घड़ियाल व पंचाली में उप स्वास्थ्य केंद्र खोले जाने।
14-छिपला में मोबाइल टावर स्थापित किए जाने की मांगे शामिल हैं।