कल सुबह पांच बजे खुलेंगे केदारनाथ के कपाट
कपाट खोलने की तैयारियां पूरी, सादगी के साथ खोले जायेंगे कपाट
केदारनाथ के राॅवल व जिलाधिकारी भी पहुंचे केदारनाथ
रुद्रप्रयाग। भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हंै। भगवान केदारनाथ के भव्य व दिव्य मन्दिर को 11 कुन्तल पुष्पों से सजाया गया है। केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग व जिलाधिकारी मनुज गोयल भी केदारनाथ धाम पहुंच गये हैं। कल सुबह प्रातः पांच बजे भगवान केदारनाथ के कपाट पौराणिक परम्पराओं के साथ विधि-विधान से वैदिक मंत्रोंच्चारण के साथ जय भोले जय केदार के उदघोषांे के साथ ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जायेंगें। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण शासन द्वारा चारों धामों की यात्रा स्थगित किये जाने से इस बार भी भगवान केदारनाथ के कपाट सादगी से खुलेंगें, जबकि कुछ ही तीर्थ पुरोहितों को केदारनाथ धाम जाने की अनुमति मिलने के कारण इस बार भी केदारपुरी में सन्नाटा पसरा हुआ है।
बता दें कि पिछले वर्ष भी कोरोना महामारी के कारण केदारनाथ की डोली रथ से रवाना होकर गौरीकुण्ड पहुंची थी और इस वर्ष भी कोरोना की दूसरी लहर के चलते डोली को पुनः रथ से लेकर जाना पड़ा। इस बार बाबा की डोली एक दिन पहले ही धाम पहुंच गयी थी। सोमवार प्रातः बजे बाबा केदार के कपाट खोले जाने हैं और बाबा के दरबार में वीरानी छाई हुई है। वर्ष 2019 की केदार यात्रा में हजारों की संख्या में कपाट खुलने के समय श्रद्धालु पहुंचे हुए थे, मगर कोरोना के चलते बाबा के दरबार में सन्नाटा पसर गया है। केदारनाथ धाम में कपाट खोलने की तैयारियों को लेकर अधिकारी-कर्मचारी पहुंचे हैं, मगर भक्तों के बिना बाबा का दरबार वीरान है। कपाट खोलने को लेकर देव स्थानम् बोर्ड की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं तथा ऋषिकेश निवासी सौरभ कालरा के सहयोग से भगवान केदारनाथ के मंदिर को 11 कुन्तल पुष्पों से सजाया गया है। केदारनाथ के राॅवल भीमाशंकर शंकर लिंग, जिलाधिकारी मनुज गोयल, नायब तहसीलदार जयबीर राम बधाणी भी भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने के लिए केदारनाथ धाम पहुंच चुके हैं।
देवस्थानम् बोर्ड के अधिकारी व डोली प्रभारी यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि भगवान केदारनाथ सहित सभी सहायक मंदिरों को रंग रोबन से सजाया गया है तथा बिजली व पानी की आपूर्ति सुचारू कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि प्रधान पुजारी सहित देवस्थानम् बोर्ड के अधिकारियों, कर्मचारियों के आवासों को भी सुवस्थित किया गया है।