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केदारनाथ विधायक ने अपनी सरकार के खिलाप धरने पर बैठने की दी चेतावनी

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देहरादून: केदार नाथ विधायक शैलारानी रावत ने 8 सूत्रीय मांग को लेकर मुख्य सचिव को ज्ञापन सौंपा,मांगे पूर्ण न होने पर अपनी ही सरकार को चेतावनी दे डाली उन्होंने ज्ञापन में लिखा है कि श्री केदारनाथ यात्रा अपने चरम पर है। सरकार एवं शासन-प्रशासन द्वारा यात्रा को सुगम एवं सरल बनाने हेतु बहुत प्रयास किए गए हैं। किन्तु कुछ यात्रा व्यवस्थाओं को मजबूत बनाने की अभी भी आवश्यकता है। यह यात्रा कुम्भ से भी बडी यात्रा है जिसमें अतिरिक्त वित्तीय व्यवस्था एवं अतिरिक्त जनशक्ति की आवश्यकता जिससे श्रद्धालुओं को कठिनाईयों का सामना न करना पडे। निम्न यात्रा व्यवस्थाओं से सम्बन्धित समस्याओं के समाधान की नितान्त आवश्यकता है-उन्होंने सूत्रीय मांग रखी जिसमे 1- रात्रि के समय श्री केदारनाथ धाम से श्रद्धालुओं एवं तीर्थ यात्रियों के आवगमन पर रोक लगाई जाय क्योंकि पुरानी परम्परानुसार रात्रि के समय यात्रा संचालित नही होती थी एवं रात्रि के समय पैदल मार्ग पर जंगली जानवरों एवं पत्थर गिरने का भय बना रहता है।

2- गढवाल मण्डल विकास निगम लि0 (GMVN) द्वारा केदारनाथ में लगाए गए टैण्टों की संख्या को सीमित किया जाय। जिससे स्थानीय बेरोजगार अपनी छोटी-छोटी दुकानें एवं टैण्टेज लगाकर स्वरोजगार कर सके। क्योंकि यह स्थानीय गरीब एवं बेरोजगारों का रोजगार का एकमात्र साधन है। 3-श्री केदारनाथ यात्रा के शेरसी से सोनप्रयाग के मध्य आये दिन लगने वाले वाहनों के जाम से निजात

दिलाने की समुचित ट्रैफिक व्यवस्था किये जाने की नितान्त आवश्यकता है। 4-श्री केदारनाथ यात्रा के सफल संचालन एवं निगरानी हेतु अलग से मैजिस्ट्रेट की नियुक्ति की जाय ताकि वे यात्रा व्यवस्था में लगे सभी विभागीय कर्मचारियों से समन्वय स्थापित कर सके।

5- श्री केदारनाथ यात्रा के उचित संचालन हेतु अतिरिक्त मैन पावर बढ़ाई जाय, जिसमें अतिरिक्त पुलिस बल, एस०डी०आर०एफ०, वाई0एम0एफ0, आर्मी एवं अतिरिक्त पी०आर०डी० जवानों की नियुक्ति की जाय। 6-श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मन्दिर समिति के कर्मचारियों के द्वारा श्रद्वालुओं एवं तीर्थ यात्रियों को दर्शन कराने के अतिरिक्त यात्रा व्यवस्था का कार्य भी दिया जाय। जिससे यात्रा व्यवस्था और मजबूत हो सके। 7- श्री केदारनाथ यात्रा में संचालित घोडे खच्चरों को जरुरत के अनुसार लाइसेंस एवं रजिट्रेशन किए जाएं एवं संचालन की उचित व्यवस्था की जाय जिससे यात्रा सुचारु रुप से संचालित हो सके। 8- गौरीकुण्ड स्थित घोड़ा पड़ाव में आपदा में बहे पुल का पुननिर्माण किए जाने की नितान्त आवश्यकता है। इस पुल के निर्माण से घोड़ा पड़ाव / पैदल मार्ग पर घोड़े खच्चरों की अनावश्यक भीड को नियंत्रित किया जाय,
विधायक ने समस्याओं के निदान न होने पर धरने पर बैठने की चेतवानी दी है।