Home उत्तराखंड आक्रोश: आस्था पर भारी पड़ रही शराब की दुकान

आक्रोश: आस्था पर भारी पड़ रही शराब की दुकान

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चमोली: बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर चंडिका मंदिर लंगासु के समीप अंग्रेजी शराब की दुकान खुलने को लेकर स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताते हुए चौथे दिन भी धरना जारी रखा,
उत्तराखंड के सीमांत जनपद चमोली में शराब के विरोध में कई आंदोलन हुए लेकिन सरकार ने राजस्व का हवाला देते हुए छोटे-छोटे कस्बों में शराब की दुकान खोल दी है। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित लंगासु चंडिका मंदिर के पास कुछ दिन पूर्व आबकारी विभाग द्वारा अंग्रेजी शराबकी दुकान खुलने से स्थानीय ग्रामीणों में भारी आक्रोश है, पिछले कई दिनों से शराब की दुकान हटाने को लेकर महिलाएं बुजुर्ग युवा आंदोलन में बैठे हुए हैं। स्थानीय महिलाओं का कहना है कि चंडिका मंदिर के पास प्रशासन ने अंग्रेजी शराब की दुकान खोल दी हैं जिससे उनकी आस्था को ठेस पहुंच रही है अगर अंग्रेजी शराब की दुकान यहां से नहीं हटाई जाती है तो वह उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे । वही उन्होंने बताया कि जिस जगह पर शराब की दुकान खोली गई है वहां पर उनका काश्तकारी क्षेत्र है कभी किसी तरह की अनहोनी हो सकती है।

स्थानीय निवासी राकेश डिमरी का कहना है कि यह सड़क बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग है सामने सिद्ध पीठ चंडिका मंदिर है जो कई लोगों की आस्था का केंद्र है उसके मात्र 200 मीटर की दूरी पर अंग्रेजी शराब की दुकान खुलना दुर्भाग्यपूर्ण है उन्होंने यह भी बताया है कि आबकारी नीति के नियम में स्पष्ट है कि स्कूल धार्मिक स्थलों से लगभग 500 मीटर की दूरी पर शराब की कोई दुकान नहीं खोली जाएगी लेकिन जिस तरह से प्रशासन की ओर से अड़ियल रवैया अपनाते हुए चंडिका मंदिर के पास में यह अंग्रेजी शराब की दुकान खोली गई है उसको लेकर लोगों में नाराजगीं है आंदोलन कारियो की एक ही मांग है कि दुकान को यहां से अन्यत्र शिफ्ट किया जाए ताकि मंदिर के आसपास का माहौल खराब ना हो।