- छह माह प्रवास के बाद माँ नदां लौटेगी सिद्धपीठ कुरुड़
थराली। लोकजात यात्रा के समापन के बाद माँ नंदा राजराजेश्वरी मंगलवार को अपने ननिहाल देवराड़ा गांव पहुंच गई है। यहां पूजा-अर्चना के बाद माँ नंदा राजराजेश्वरी देवाराड़ा मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हुई। राजराजेश्वरी यहां आगामी छह माह तक प्रवास करेगी। जिसके बाद माँ नंदा अपने सिद्धपीठ कुरुड़ जाएगी।
सिद्धपीठ कुरुड़ से 14 अगस्त को शुरु हुई लोकजात यात्रा के 25 अगस्त को वेदनी बुग्याल में समापन के बाद माँ राजराजेश्वरी मंगलवार को देवराड़ा गांव पहुंची। माँ नंदा राजराजेश्वरी के गांव में पहुंचने पर यहां विभिन्न देवी-देवताओं ने अपने पश्वा पर अवतरित होकर माँ का स्वागत किया, वहीं अपने भक्तों को कुशलता का आशीर्वाद दिया। देवराड़ा गांव में हुई पूजा-अर्चना के बाद परम्परा अनुसार माँ नंदा अपने मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो गई है। जहां आगामी छह माह तक माँ नंदा राजराजेश्वरी की पूजा-अर्चना की जाएगी। इस मौके पर सिद्धपीठ कुरूड़ मंदिर समिति के अध्यक्ष मंशाराम गौड़, देवराडा मंदिर समिति के अध्यक्ष भुवन हटवाल, पुजारी योगेश्वर गौड़, राजेश गौड़, वंशीधर गौड़, धनराज रावत, दीपा भारती, सीमा देवी, प्रताप गुसाईं, हरी गुसाईं, वीरेन्द्र रावत, जगदीश पुरोहित, वंशीधर सती, केदार पंत, बंटी गुसाईं और अनूसुया प्रसाद पुरोहित आदि मौजूद थे।