चमोली: केदारनाथ यात्रा में रोजगार को लेकर जनपद चमोली के घोड़े खच्चर संचालकों को अभी तक लाइसेंस न दिए जाने पर विरोध जताते हुए ग्राम प्रधान संगठन ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा 25 अप्रैल को भगवान केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए 24 किलोमीटर की पैदल यात्रा के सफल संचालन में घोड़े खच्चर संचालक खाद्यान पूर्ति के साग सबसे अहम भूमिका निभाते हैं और बुजुर्ग और असहाय श्रद्धालुओं को बाबा केदार के दर्शनों तक पहुंचाते हैं। हर वर्ष की भांति जनपद चामोली से सैकड़ो की संख्या में युवा घोड़े खच्चर लेकर गौरीकुंड पहुच गया लेकिन इस समय जनपद चमोली से रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड पहुंचे घोड़े खच्चर संचालकों को 1 सप्ताह बाद भी घोड़े खच्चर चलाने के लिए लाइसेंस नहीं दिया गया है जिसके चलते घोड़े खच्चर संचालकों में भारी आक्रोश है और उनके समर्थन में जनपद चमोली से जनप्रतिनिधियों ने बार-बार जिला प्रशासन और उन पर जिला प्रशासन शासन स्तर पर बैठे जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों से मामले के समाधान की अपील की थी, शुक्रवार को ग्राम प्रधान संगठन अध्यक्ष मोहन सिंह नेगी के नेतृत्व में जिलाधिकारी चमोली के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया ज्ञापन में उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर 4 मई तक जनपद चमोली के घोड़े खच्चर संचालकों को लाइसेंस नहीं दिया जाता है तो 5 मई को सोनप्रयाग में जनपद चमोली के समस्त घोड़े खच्चर संचालकों के साथ ग्राम प्रधान संगठन क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत के कई सदस्य राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम करेंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन की होगी उन्होंने कहा कि पूर्व में रुद्रप्रयाग जनपद चमोली का ही हिस्सा हुआ करता था और हमेशा से ही सौहार्दपूर्ण माहौल एक दूसरे के सहयोग के लिए हर समय खड़े रहने वाले लोग आज कुछ एक लोगों की मनमानी के चलते इस तरह का व्यवहार चमोली के घोड़े खच्चर संचालकों के साथ किया जा रहा है इस दौरान दिलबर सिंह हरेंद्र सिंह राजेंद्र सिंह प्रताप सिंह पूर्व प्रमुख विकास नगर घाट करण सिंह नेगी आदि मौजूद रहे
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