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मूल निवास अैर सशक्त भू-कानून से बचेंगें उत्तराखण्डियों के अधिकार: काशी सिंह ऐरी

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चमोलीः उत्तराखण्ड का्रंति दल भू कानून और मूल निवास के मुददे के साथ 2022 में जनता के बीच जायेगा। उत्तराखण्ड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने पत्रकार वार्ता में कहा कि मूल निवास 1950 लागू होना चाहिए और उत्तराखण्ड के हितों की रक्षा करनी है तो सशक्त भू-कानून बनाये जाने की नितान्त आवश्यकता है।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने कहा कि प्रदेश में सशक्त भू-कानून बनाये गोपेश्वर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यूकेडी के केंद्रीय अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने जिस प्रकार भू कानून में संशोधन किया है उससे आने वाले समय में यहां के लोगों खड़े होने की जगह नहीं मिल पायेगी। इसलिए आवश्यक है कि एक सशक्त भू कानून बने ताकि यहां के लोगों की जमीनो को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल सत्ता में आती है तो मूल निवास प्रमाण पत्र की बाध्यता और सशक्त भू कानून को बनायेगी और देवस्थानम बोर्ड को समाप्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनका दल विधान सभा सीटों के परिसीमन को लेकर भी सजग है और जन संख्या के साथ-साथ भौगोलिक आधार पर परिसीमन चाहती है। उन्होंने कहा कि यदि उत्तराखंड की बात करने वाले संगठन, जन सगठन उनसे तालमेल करना चाहते है तो उनका स्वागत है अन्यथा उत्तराखंड क्रांति दल सभी 70 विधान सभा सीटों पर चुनाव लडेगी और इस बार किसी भी पार्टी को सत्ता में आने के लिए उसका साथ नहीं देगी यह हम जनता को विश्वास दिलाना चाहते है। उन्होंने कहा कि पूर्व में दल ने जो भूल की थी उससे दल ने काफी कुछ सीखा है और अब जनता के विश्वास पर खरा उतरने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में वे उत्तराखंड के सभी विधान सभा क्षेत्रों का भ्रमण कर जन समर्थन जुटा रहे है। जनता का आज भी यूकेडी पर भरोसा है और जनता हमसे जुड़ना चाहती है। इसलिए उन सभी लोगों को यूकेडी में जोड़कर शहीदों के सपनों के उत्तराखंड को बनाने के लिए उत्तराखंड क्रांति दल पूरी तरह से संकल्पित है। इस मौके पर उत्तराखंड क्रांति दल के प्रदेश उपाध्यक्ष किशन मेहता, जिलाध्यक्ष अरूण लाल शाह, बच्ची राम उनियाल, ललित बिष्ट, केशवी लाल, कुंवर सिंह दानू, भगत सिंह, सतेश्वर सिंह, दिगम्बर फरस्वाण, भूपेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह आदि मौजूद थे।