Home धर्म संस्कृति 14अगस्त से शुरू होगी मां नन्दा की लोकजात यात्रा

14अगस्त से शुरू होगी मां नन्दा की लोकजात यात्रा

20
0
14अगस्त से शुरू होगी मां नन्दा की लोकजात यात्रा
  • माँ नंदा की लोकजात के आयोजन की प्रशासन ने प्रतिबंधों के साथ दी अनुमति
  • 14 अगस्त से 1 सितम्बर तक आयोजित होगी लोकजात यात्रा
  • डोलियों के साथ यात्रा में 10 अधिक लोग नहीं कर सकेंगे प्रतिभाग
  • लोकजात यात्रा के पडावों पर नहीं हो सकेगी सामुहिक पूजा-अर्चना

थराली।  नंदा देवी लोकजात को लेकर जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा उपायों के साथ आयोजन की अनुमति प्रदान कर दी गई है। जिसके बाद लोकजात आयोजन समिति की ओर से लोकजात यात्रा का 14 अगस्त से 1 सितम्बर तक का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है।

14अगस्त से शुरू होगी मां नन्दा की लोकजात यात्रा
14अगस्त से शुरू होगी मां नन्दा की लोकजात यात्रा

लोकजात आयोजन समिति के अध्यक्ष मंशाराम गौड़, धनीराम गौड़, योगेश्वर गौड़ और राजेश गौड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि जिलाधिकारी स्वाती एस भदौरिया की ओर से यात्रा में 10 लोगों के शामिल होनेए यात्रा पड़ावों पर शारीरिक दूरी बनाये रखने सहित कोरोना संक्रमण को लेकर अन्य सुरक्षा इंतजामों के साथ लोकजात यात्रा के आयोजन की अनुमति दी गई है। साथ ही जिलाधिकारी ने आयोजकों को प्रशासनिक सहयोग का भी भरोसा दिलाया है। ऐसे में इस वर्ष लोकजात यात्रा से पूर्व मंदिर में दो दिनों तक होने वाले अनुष्ठान का आयोजन नहीं किया जाएगा।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 14 अगस्त को बधांण व दशोली की डोलियों को गर्भगृह से बाहर लायी जाएंगी।
जिसके बाद दशोली की माँ नंदा की डोली 14 अगस्त को सिद्धपीठ कुरूड से रात्रि प्रवास फरखेत पहुंचेगी, 15को नारंगी, 16 कुमजुग,17को लुणतरा, 18 को खुनाणा, 19 को चेपडाकोट, 20 को कांडई, 21को पगना, 22को ल्वाणी, 23को सुग और 24 को मां नन्दा की देव डोली रामणी गांव पहुंचेगी। 25 अगस्त को सप्तमी के अवसर पर मां नन्दा की डोली रामणी से बालपाटा में लोक जाता यात्रा का समापन होगा और डोली रात्रि प्रवास रामणी में होगा वहीं 26अगस्त को सुंग,कुनबगड़ होते हुए मां नन्दा कुरूड मंदिर पहुचेगी। वंही बधांण की माँ नंदा की डोली 14 को चरबंगए 15 को चरबंग से उस्तोलीए 16 को उस्तोली से भेटीए 17 को भेटी से थराली के डुंग्री गांवए 18 को डुंग्री से सूनाए 19 को सूना से चेपड़ोए 20 को चेपड़ो से धरामल्लाए 21 को धरामल्ला से फल्दियागांवए 22 को फल्दियागांव से मुंदोलीए 23 को मंदोली से वांणए 24 को वांण से निर्जन पड़ाव गैरोली पातलए 25 को गैरोली पातल से वेदनी बुग्याल पहुंचेगी। यहां नंदा मंदिर में पूजा अर्चना के बाद रात्रि विश्राम के लिये बांक पहुचेगीए 26 अगस्त को यात्रा बांक से ल्वाणीए 27को ल्वाणी से उलंग्राए 28 को उलंग्रा से बेराधारए 29 को बेराधार से गोठिंड़ाए 30 को गोठिंड़ा से कुराड़ए 31 अगस्त को कुराड़ से ढुंगाखोली एवं 1 सितंबर को ढुंगाखोली से भेटा होते हुए नंदा सिद्धपीठ देवराड़ा गांव पहुंचेगी। जहां पर विधि.विधान पूजा अर्चना के बाद अगले छः माह के प्रवास के लिए मंदिर में स्थापित कर दिया जाएगा।

नंदा देवी लोकजात यात्रा के आयोजन के लिये कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत प्रतिबंधों के साथ अनुमति प्रदान की गई है। साथ आयोजन समिति को यात्रा में शामिल होने वाले 10-10 लोगों की सूची प्रशासन को उपलब्ध करवाने तथा यात्रा पड़ावों पर सामूहिक पूजा के आयोजन करने की अनुमति नहीं दी गई है।
स्वाति एस भदौरियाए जिलाधिकारीए चमोली।