चमोली:”संस्कृत ग्राम किमोठा की पूर्व प्रधान ज्योत्स्ना जोशी को राम जन्मभूमि अयोध्या में विद्या वाचस्पति सारश्वत मानद उपाधि से उनके साहित्यिक और सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया”। ज्योत्स्ना विभिन्न संस्थाओं में जुड़कर स्त्रियों के समानता और हक़ हुक़ूक़ के लिए हमेशा मुखर रहती हैं,
इस मौके पर ग्राम वासियों ने अपनी उत्सुकता और खुशी व्यक्त की प्रधानाध्यापिका श्रीमती सरला किमोठी अध्यापक श्री भगवती प्रसाद किमोठी, साहित्यकार गोकुलानंद किमोठी,महेश प्रसाद किमोठी,सतीश चन्द्र जोशी,आदि ने ज्योत्स्ना जोशी को बधाई दी है।
9फरवरी 2025 ,काशी विद्यापीठ – वाराणसी (उ0 प्र0) के द्वारा अयोध्या धाम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मलेन एवं विद्या वाचस्पति सारस्वत सम्मान समारोह में काशी विद्या पीठ के कुलपति डॉ. ओमप्रकाश ‘निर्भय’ , सुखमंगल सिंह मंगल जी (कुलाधिपति ) डॉ. इंद्रजीत तिवारी जी (कुलसचिव), मुख्य अतिथि डिप्टी कमिश्नर श्री अजय कान्त सैनी (I.A.S.) , डॉ.शिवप्रकाश ‘साहित्य’ कहानिका हिंदी पत्रिका महिला कल्याण समिति ढोरी बोकारो के संयोजक डॉ.श्यामकुंवर भारती जी दुबई से आये जय कृष्ण मिश्रा , अबुधाबी से आये सत्येंद्र नाथ शाह , अबुधाबी से ही ललिता मिश्रा जी , डॉ. सरला अवस्थी जी सहित विभिन्न प्रांतों से आये गणमान्य एवं विशिष्ठ व्यक्तित्व के धनी व्यक्तियों के सानिध्य में संपन्न हुआ इस अवसर पर (उत्तराखंड) के पाँच साहित्यकारों डॉ. भगत सिंह राणा ‘हिमाद’ ,श्री नंदन राणा ‘नवल’ जी , श्री बेलीराम कंसवाल जी , ज्योत्सना जोशी ‘ज्योत’ जी एवं संगीता बिष्ट ‘कौमुदी’ को मानद उपाधि से सम्मानित होने का गौरव प्राप्त हुआ l
शिक्षा , संस्कृति , कला साहित्यिक , सामाजिक एवं हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार एवं सृजन कार्यों में असाधारण उपलब्धि के लिए विद्यापीठ हर वर्ष इस प्रकार के दीक्षांत समारोह का आयोजन कराती है l