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श्री हरि विष्णु ने देवताओं को दिया मानव रुप में अवतार लेने का वचन

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लंकेश की तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रहमा देन दिया अमरता का वरदान, भगवान शिव ने दी चंद्रहासा खड्ग

गोपेश्वर नगर में मंगलवार से संयुक्त रामलीला मंच की ओर से आयोजित रामलीला का शुभारंभ हो गया है। रामलीला का शुभारंभ सामाजिक कार्यकर्ता गौरी कश्यप ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस दौरान बीते दिनों दिवंगत हुए गोपेश्वर व्यापार संघ के पूर्व संरक्षक स्वर्गीय विद्यादत्त तिवारी को मंच को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी गई।

गोपेश्वर नगर में बीते 10 वर्षों से संयुक्त रामलीला मंच की ओर से आयोजित की जाने वाली रामलीला का मंगलवार को विधि विधान से शुभारंभ हो गया है। रामलीला के पहले दिन गौरी किन्नर के प्रतिनिधियों ने दीप प्रज्जवलित कर रामलीला का शुभारंभ किया गया। रामलीला के प्रथम दृष्य में रावण द्वारा भगवान ब्रह्मा को प्रसन्न कर जहां अमरता का वरदान मांगा गया। जबकि इंद्रासन की चाह रखने वाले कुम्भरकरण ने भूलवश निद्रांसन और श्री हरि नारायण के परम भक्त विभिषण ने प्रभु की आराधना का वरदान मांगा। ऐसे में जहां ब्रहमा जी वरदान पाकर कुम्भकरण मंच पर निंद्रा में तल्लीन हो गया और विभिषण प्रभु भक्ति में डूब गए।

ब्रहमा जी से वरदान पाकर लंकापति रावण वरदान पाकर अहंकार से भर गया। वहीं देव ऋषि नारद के सुझाव पर रावण को कैलाश पर्वत सहित भगवान शिव को लंका लाने के लिए उन्नमत हो गया। जिस पर रावण के इस अहंकार पूर्ण प्रयास से कुपित होकर भगवान शिव ने कुपित होकर रावण को नर और वानरों के हाथों मृत्यु का श्राप दिया गया। जिस पर रावण की ओर से यहां शिव तांडव स्त्रोत गाकर भगवान शिव से क्षमा याचना की और भगवान शिव ने इस पर प्रसन्न होकर उसे चंद्रहास खड्ग प्रदान की। ब्रह्मा जी से अमरता और भगवान शिव से चंद्रहास खड्ग पाकर रावण ने देवता, ऋषि-मुनि और प्राणियों को अपना बैरी मानकर उन पर अत्याचार करने शुरु कर दिए। जिससे दुखी होकर देवताओं द्वारा भगवान नारायण से रक्षा की गुहार लगाई गई। जिस पर भगवान श्रीहरि नारायण देवताओं को अयोध्या में राजा दशरथ के घर मानव रुप में जन्म लेकर रावण के संहार का आश्वासन दिया।

इस मौके पर मुख्य राम सेवक हरीश तिवारी, रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अनूप पुरोहित अंकोला, संरक्षक चंद्र प्रकाश भट्ट, सचिव सुरेंद्र रावत, नगर पालिका सभासद दीपक बिष्ट, देवेंद्र सिंह, सुनील चौहान, मनवर सिंह, प्रकाश सिंह, जगदीश पोखरियाल, डा. दिनेश सती, अनूप खंडूरी, कमल राणा, जगमोहन सिंह, देवेंद्र गौड़, मीना तिवारी, अमृता, रिया, अंजली, मयंक, सुशील डिमरी आदि मौजूद थे।