*पीपलकोटी, 17 नवम्बर 2025:* टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (THDCIL) के विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना (VPHEP) में तैनात अधिकारी-कर्मचारियों ने आज टीएचडीसीआईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (CMD) श्री आर. के. विश्नोई के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। वीपीएचईपी परियोजना कार्यालय में 17.11.2025 को प्रातः 11 बजे दो मिनट का मौन रखकर उन्हें स्मरण किया गया।
इस अवसर पर श्री अजय वर्मा, परियोजना प्रमुख (वीपीएचईपी) ने श्री विश्नोई के टीएचडीसीआईएल में अमूल्य योगदान और वीपीएचईपी की प्रगति में उनकी निर्णायक भूमिका को याद करते हुए कहा कि उनका दूरदर्शी मार्गदर्शन और कार्य के प्रति समर्पण सदैव संगठन को प्रेरित करता रहेगा।
भारत के ऊर्जा क्षेत्र ने अपने एक अत्यंत प्रतिष्ठित और प्रखर नेता को खो दिया है। 15 नवम्बर 2025 (शनिवार) को 58 वर्ष की आयु में श्री आर.के. विश्नोई का स्वर्गवास हो गया। उनका अंतिम संस्कार 16 नवम्बर 2025 को ऋषिकेश में संपन्न हुआ।
30 मार्च 1967 को जन्में श्री विश्नोई भारत के जलविद्युत क्षेत्र के एक ऐसे मार्गदर्शक व्यक्तित्व थे, जिन्होंने अपने समृद्ध अनुभव, ज्ञान और नेतृत्व से ऊर्जा क्षेत्र में अमिट छाप छोड़ी। उन्होंने 06 अगस्त 2021 को टीएचडीसीआईएल के सीएमडी का पदभार ग्रहण किया था। इससे पूर्व वे सितम्बर 2019 से निदेशक (तकनीकी) के रूप में कार्यरत थे। उनके कार्यकाल में टीएचडीसीआईएल को एक सक्षम, अनुभवी और विविधीकृत ऊर्जा कंपनी के रूप में विकसित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। उन्होंने संचालनाधीन एवं निर्माणाधीन परियोजनाओं में तकनीकी नवाचार और दक्षता बढ़ाने पर विशेष बल दिया।
37 वर्षों से अधिक के अपने समृद्ध अनुभव में श्री विश्नोई ने देश की प्रमुख जलविद्युत परियोजनाओं की डिजाइन, इंजीनियरिंग और निर्माण में उल्लेखनीय योगदान दिया। वे वर्ष 1989 में टीएचडीसीआईएल से इंजीनियर के रूप में जुड़े और अपनी उत्कृष्ट कार्यशैली के बल पर 2013 में महाप्रबंधक, 2016 में कार्यकारी निदेशक बने। उन्होंने विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना (444 मेगावाट) के कार्यकारी निदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला। टिहरी, कोटेश्वर एवं विष्णुगाड़-पीपलकोटी जलविद्युत परियोजनाओं में उनके योगदान को विशेष रूप से याद किया जाता है।
श्री विश्नोई BITS पिलानी से सिविल इंजीनियरिंग में ऑनर्स ग्रेजुएट थे। उन्होंने एमबीए की उपाधि प्राप्त की थी तथा मॉस्को (रूस) स्थित स्टेट यूनिवर्सिटी से ‘हाइड्रॉलिक स्ट्रक्चर्स एवं हाइड्रोपॉवर कंस्ट्रक्शन’ में प्रोफेशनल अपग्रेडेशन कार्यक्रम पूरा किया था। वे अंतर्राष्ट्रीय जलाशय आयोग (ICOLD) की ‘Technical Committee on Seismic Safety of Dams’ में भारत का प्रतिनिधित्व भी कर रहे थे।
उन्होंने स्पोकेन (यूएस), वाशिंगटन डीसी (यूएस), सेंट पीटर्सबर्ग (रूस), चेंगदू (चीन), बीजिंग (चीन), पोर्टो करास (ग्रीस), अन्ताल्या (तुर्की), ओटावा (कनाडा), सिंगापुर एवं नेपाल सहित कई देशों में महत्वपूर्ण कीनोट व्याख्यान दिए थे। श्री विश्नोई का निधन पूरे जलविद्युत समुदाय के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका दूरदर्शी नेतृत्व, तकनीकी उत्कृष्टता और राष्ट्र निर्माण के प्रति समर्पण सदैव स्मरणीय रहेगा।
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड और वीपीएचईपी परिवार दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता है तथा शोक-संतप्त परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता है।








