फूलों की घाटी : अपनी दुर्लभ अल्पाइन पुष्पों की विविधताओं और बेशकीमती वन्य जीवन के लिए देशी – विदेशी प्रकृति प्रेमी पर्यटकों,पर्यावरण प्रेमियों, वनस्पति विज्ञानियों, शोधकर्ताओं की पहली पसंद यूनेस्को की विश्व प्राकृतिक धरोहर स्थल का दर्जा प्राप्त फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान में इस वर्ष देशी विदेशी पर्यटकों की अच्छी आमद दर्ज हुई है।
उत्तराखण्ड के चमोली जनपद की उच्च हिमालई भ्यूंडार घाटी में 87.5 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैली हुई इस वर्ल्ड हैरिटेज साईट की सैर करने इस वर्ष बड़ी तादात में देशी विदेशी पर्यटक पहुंच रहे है। इस वर्ष एक जून 2025 से आम पर्यटकों के लिए खुली इस घाटी का दीदार करने 21 अगस्त तक क़रीब 12951 पर्यटक पहुंचे हैं, जिसमें 12642 भारतीय पर्यटक है और 309 विदेशी पर्यटक शामिल हैं। वैली ऑफ फ्लावर्स नेशनल पार्क की रेंज ऑफिसर चेतना काण्डपाल ने बताया कि इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में घाटी में विदेशी सैलानियों की आमद बढ़ी है, तो अबतक पार्क प्रशासन को पर्यटकों से करीब 2749450 रूपये का रिवेन्यू भी अर्जित हुआ है। बता दें कि फूलों की घाटी हर वर्ष ग्रीष्मकालीन सीजन हेतु एक जून से 31अक्तूबर तक आम पर्यटकों की आवाजाही हेतु खुला रहता है,शीतकाल में घाटी के प्रवेश द्वार आम पर्यटकों के लिए बन्द कर दिए जाते हैं। इस दौरान घाटी की सुरक्षा के लिए पार्क कर्मियों द्वारा लगातार लम्बी दूरी की गश्त के सात ही ट्रैप कैमरों के द्वारा चप्पे-चप्पे पर कड़ी निगरानी रखी जाती है।