Home उत्तराखंड ठेली गांव को राजस्व ग्राम बनाने की मांग को लेकर पलेठी के...

ठेली गांव को राजस्व ग्राम बनाने की मांग को लेकर पलेठी के साथ संयुक्त बैठक

45
0

चमोली जिले के दशोली विकास खंड के ठेली गांव के ग्रामीणों ने राजस्व गांव की मांग को लेकर ग्राम पंचायत पलेठी के साथ संयुक्त बैठक आयोजित की गई। बैठक ग्राम प्रधान पलेठी दीपा देवी, ग्राम प्रधान मैड ठेली रोशन कुमार की अद्यक्षता में की गई।
ग्राम ठेली की तरफ से छेत्र पंचायत सदस्य राहुल रावत, सुरेंद्र रावत,कमला देवी  ने ठेली गावँ राजस्व ग्राम न होने से जो समस्याएं आ रही उसको लेकर बात रखी गयी,

वही पलेठी की तरफ से दर्शन सिंह नेगी, विक्रम सिंह , आनन्द सिंह, भोला सिंह द्वारा भी अपनी अपनी राय रखी गयी,

जिसमें ठेली गांव व पलेठी गांव के जनप्रतिनिधियों ने अपनी समस्याओं के सम्बंध में राजस्व उप निरीक्षक अनुज बण्डवाल के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजा। ग्रामीणों ने इस संबंध में राजस्व ग्राम बनाये जाने की मांग क्यो अहम है इसके लिए दस्तावेज ओर प्रमाण प्रस्तुत करके पटवारी से आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया।
ग्रामीणों ने कहा राजस्व ग्राम सभा का दर्जा न मिलने से राजस्व सम्बन्धित विकास कार्यों से गांव उपेक्षित है। इस राजस्व गांव में 42 परिवार निवासरत है गांव की आबादी 200 से अधिक है। गाँव मे पलायन न के बराबर हैं,

क्यो चाहते है ग्राम ठेली को राजस्व ग्राम बनाना-

1 – ग्राम ठेली का मूल गांव पलेठी है वर्तमान समय मे पलेठी से अलग होकर 2007-2008 में एक अलग ग्राम पँचायत मेड ठेली में शामिल हो गया, राजस्व ग्राम न होने के चलते आज भी भू अभिलेख पलेठी के साथ ही हैं,

2 – मूल निवास, स्थाई निवास, आधार कार्ड, वोटर कार्ड के साथ किसी भी सरकारी ओर गैर सरकारी संस्थान में नियुक्त होने के दौरान भी मूल पते के लिये समस्याएं आ रही है।

3- राजस्व से सम्बंधित योजनाओं में ग्राम ठेली को उनके हक से हमेशा वंचित रहना पड़ता है, इमारती लकड़ी हो या भूमि सम्बन्धी कोई योजना का लाभ ठेली को नही मिल पाता।

पिछले कई वर्षों से राजस्व ग्राम की मांग के लिए लड़ रहे है ठेली के ग्रामीण। राजस्व ग्राम न होने के कारण ठेली गांव के लोग अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। इस मौके पर ममद अध्य्क्ष जमुना देवी, सुभद्रा देवी, पुष्पा देवी, नारायण सिंह बख्तावर सिंह, सोहन रावत , धनवीर, प्रदीप रावत, प्रमोद, धरीज, मुकेश सिंह, हिमत सिंह,लक्ष्मण, राजेंद्र सिंह दर्शन सिंह नेगी, आनन्द सिंह, विक्रम सिंह भोला सिंह आदि मौजूद थे।