दुर्गम गुप्तखाल ट्रैकिंग के लिए राहुल मेहता सम्मानित
इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड द्वारा दिया गया प्रशंसा पत्र
राहुल मेहता सहित तीन ट्रेकरों नें अक्तूबर 2020 में गुप्तखाल में माइनस 25 डिग्री और 5830 मीटर को पार करने में पाई थी सफलता
अक्टूबर माह में हिडन पास के नाम से जाना जोन वाले गुप्तखाल ट्रैक को अक्टुबर माह में पूरा करने वाले राहुल मेहता ने अपना नाम इंडिया बुक आॅफ द रिकाॅर्ड मे ंदर्ज करवा है। सीमांत जनपद चमोली के पांडुकेशर निवासी और माउंटेन ट्रैक्स के सीईओ राहुल मेहता को इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड नें उनके द्वारा दुर्गम गुप्तखाल ट्रैक करने पर सम्मानित किया है और उन्हें इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में स्थान दिया है। इस संदर्भ में डाक द्वारा उन्हें इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड का प्रशस्ति पत्र प्राप्त हुआ है।
गौरतलब है कि अक्तूबर 2020 में बिना गाइड की मदद के माउंटेन ट्रेक्स बदरीनाथ के सीईओ राहुल मेहताए उत्तरकाशी के गंगा राणा और ऊखीमठ के रांसी गांव के मुकेश नेगी नें इस दुर्गम ट्रैक को दस दिन में पूरा किया था। बकौल राहुल मेहता सात अक्तूबर को उन्होंने नीती घाटी के गमशाली गांव से ट्रैकिंग शुरू की और 17 को माणा गांव से होते हुए बदरीनाथ धाम पहुंचे थे। पर्वतारोहण के लिए ये ट्रैक बहुत ही खतरनाकए चुनौतीपूर्ण और रोमांच से भरा है। हम बेहद ख़ुशनसीब हैं कि हमनें इसे सफलता पूर्वक फतह किया। वर्ष 1933 में एक अंग्रेज दल ने इस ट्रैक की ट्रैकिंग की थी जिसके बाद हमारा दल तीसरा था जो यहाँ तक पहुंचने में सफल हुआ। पिछले 9 दशकों में गुप्तखाल पहुंचने वाला तीसरा दल था।