Home उत्तराखंड चमोली की कनुप्रिया पोलैंड में करेगी क्लीनिकल साइकोलॉजी पर शोध

चमोली की कनुप्रिया पोलैंड में करेगी क्लीनिकल साइकोलॉजी पर शोध

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  1. पोलैंड की काजिमिर्ज विएलकी यूनिवर्सिटी ने कुनप्रिया का शोध कार्य के लिये किया चयन
  2. चमोली जिले के थराली ब्लॉक के गूंगा गांव की मूल निवासी हैं कुनुप्रिया रावत

गोपेश्वर। चमोली जिले के थराली ब्लॉक के गूंगा गांव की कुनुप्रिया रावत का चयन पोलैंड की काजिमिर्ज विएलकी यूनिवर्सिटी में क्लीनिकल साइकोलॉजी में शोध के लिये किया है। यूनिवर्सिटी की ओर से दुनियाभर के 5 शोधार्थियों का चयन किया। जिनमें से भारत से कुनप्रिया का चयनित किया गया है। यह जनपद चमोली और उत्तराखंड के लिये गौरव की बात है।
बता दें कि चमोली के थराली ब्लॉक के गूंगा गांव की कुनप्रिया रावत इन दिनों रायवाला में निवास करती हैं। कुनुप्रिया के पिता उत्तराखण्ड पुलिस में अधिकारी थे। कुछ समय पूर्व उनके पिता का देहांत हो गया है। कुनुप्रिया ने वर्ष 2018 में देव संस्कृति विश्व विद्यालय हरिद्वार से एमएससी की पढाई पूरी की। जिसके बाद उन्होंने एक वर्ष तक दिल्ली पब्लिक स्कूल हरिद्वार में अध्यपिका के तौर पर सेवाएं दी। बीते मार्च माह में कोरोना संक्रमण के बाद उन्होंने अपने शोध कार्य के लिये तैयारी शुरु की और उनका चयन पौलेंड के विश्व विद्यालय की ओर से शोध के लिये किया गया है। कुनुप्रिया जूडो की खिलाड़ी रह चुकी हैं। उनका कहना है कि वे शोध कार्य पूर्ण करने के बाद महिलाओं के लिये कार्य करने के साथ खेल में करियर बनाना चाहती हैं। शोध के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मानसिक तनाव या बीमारी में क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट की महत्वपूर्ण उपयोगिता है। कहा कि मानसिक बीमारी की समय से पहचान और काउंसलिंग आवश्यक है। क्योंकि बीमारी बढने पर मरीज को कॉफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कनुप्रिया आगामी नवम्बर माह में पोलैंड जाएंगी। जहां 4 वर्ष तक शोध करने के बाद वे भारत लौटेंगी। कुनप्रिया की इस उपलब्धि से उन्हें रोल मॉडल मानने वाले उनके भाई-बहन का परिजनों में खुशी का माहौल है।