गोपेश्वर
जोशीमठ ब्लॉक की तीन साल की बालिका जो जली हुई अवस्था मे 28 जनवरी को उसके परिजन जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी सेवा में उपचार के लिए ले आए। जिला चिकित्सालय के सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने बालिका के जांच एव परीक्षण के उपरांत पाया कि बालिका की शरीर 30%के लगभग जली हुई हैं, तद उपरांत उसे बर्न वार्ड में भर्ती किया गया, सर्जरी विभाग के विशेषज्ञ सर्जनों एवं स्वास्थ्य कार्मिकों के टीम द्वारा सामूहिक प्रयास से बालिका की पूर्ण मनोयोग से उपचार किया,जिससे बालिका की स्वास्थ्य बेहतर स्थिति में होने से उन्हें घर भेज दिया गया। जिला अस्पताल गोपेश्वर में बालिका का सरकार की लोक कल्याणकारी योजना आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत निशुल्क किया गया जिसके कारण बालिका के परिजनों का धन एवं समय की बचत हुई, उनको इलाज के लिए देहरादून, श्रीनगर नहीं जाना पड़ा। बालिका के पिता ने बताया कि आयुष्मान कार्ड हमारे जैसे सुदूरवर्ती सीमांत के क्षेत्र जोशीमठ के निर्धन लोगों को बीमारी के दौरान संजीवनी की भांति वरदान साबित हो रहीं हैं। उपचार टीम में सर्जन डॉ नीरज पिमोली,सर्जन डॉ दीपक नेगी, नर्सिंग ऑफिसर एवं स्वास्थ्य कार्मिक सम्मिलित रहे।
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुराग धनिक ने बताया की मरीज गंभीर अवस्था में जिलाअस्पताल लाया गया था समस्त स्टाफ की ओर से प्रयास किये गए और बच्ची का सफल इलाज सम्भव हुवा