किताबें जो बहुत कुछ कहती हैं।
पुस्तक पढ़ने की संस्कृति पर चमोली से शानदार अभियान की शुरुआत
किताबें इंसान की सबसे ईमानदार और वफादार दोस्त होतीं है । इनसे दोस्ती कर के तो देखिये ! किताबें पढ़ने और किताबों को संस्कृति का हिस्सा बनाने की दृष्टि से चमोली जिले में एक शानदार अभियान शुरू किया गया है ।
पुस्तक अध्ययन की संस्कृति के लिये “शैक्षिक आगाज” की पहल पर चमोली जिले में एक विशिष्ट अभियान की शुरुआत हुई। अभियान का नाम है “किताब जो बहुत कुछ कहती है” । उत्तराखंड स्टेट की कोर्डिनेटर जया चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस अभियान की शुरुआत “तोतो चान” नामक जापानी पुस्तक पर पहला वेबीनार किया गया। तोतो चान नामक यह जापानी पुस्तक दुनिया की विलक्षण शिक्षा पद्धति पर किताब है जो आनन्दालय की परिकल्पना एन.सी.एफ विद्यालयों के लिए करता है। यह पुस्तक दुनिया में शिक्षा पर सबसे लोकप्रिय और सबसे अधिक बिकने वाली किताब रही है, जिसमें एक विशिष्ट विद्यालय के अद्भुत व्यक्तित्व के धनी हेड- मास्टर तथा लेखिका तोतो चान के जीवंत अनुभव है ।
शैक्षिक आगाज की संयोजिका जया चौधरी बताती हैं कि तोतो चान पुस्तक “शिक्षक राष्ट्र का निर्माता होता है” के दर्शन को चरितार्थ करती है।
बैवीनार के मुख्य अतिथि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एन.के. हल्दियानी जी ने पुस्तक पढ़ने की इस संस्कृति की पहल को सराहा और शिक्षकों को अपनी विधाओं में उत्कृष्टता लाने का संदेश दिया।
किताबों पर बात और चर्चा की इस पहल को शिक्षा से जुड़े लोगों ने सराहा है स्वीकारा है । किताब पर बैवीनार के विशिष्ट अतिथि व डायट ( गौचर ) के प्रधानाचार्य एस.एस. कार्यक्रम के मार्गदर्शक के रुप में गाइड कर रहे आकाश सारस्वत डिप्टी डायरेक्टर समग्र शिक्षा अभियान ने शिक्षकों को, इस पुस्तक को आत्मसात करने को कहा। बी.एस. कठैत प्रवक्ता डाइट गौचर चमोली ने भी विद्यालय को बाल केंद्रित बनाने का संदेश दिया। शैक्षिक आगाज के राष्ट्रीय मार्गदर्शक के रुप में एस.एन. शर्मा तथा फाउंडर स्मृति चौधरी के दिशा निर्देशन व मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम चला। जिला चमोली के 9 ब्लॉकों से यशपाल सिंह, प्रदीप मालासी , हेमलता बड़वाल , प्रीति बिष्ट, श्री दिनेश बधानी, अलका शाह , किरण पुरोहित, सुमन रानी, निर्मल नेगी तथा स्टेट कोऑर्डिनेटर सुनीता बहुगुणा ने बैवीनार में विचार व्यक्त किए।
Comments are closed.